Chaudhary Charan Singh University: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की वरिष्ठ आचार्य वाई विमला जी को ” खस पर आयोजित हुई सातवी अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस चियांग माई थाईलैंड, में एक वीआईपी के रूप में शोध पत्र प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया गया।प्रोफेसर वाई विमला जी अपने शोध में गत वर्ष प्राप्त हुए यू एस पेटेंट के आधार पर खस की एक खास किस्म जो मवेशी घोड़े आदि के द्वारा चरी जा सकती है उसके पोषक तत्वों पर चर्चा की। खस के समकक्ष चारे के रूप में प्रयोग होने वाली अन्य घासो के पोषक तत्वों से तुलना करते हुए खस की किस्म के उन्नत होने पर बहुआयामी प्रयोग में लाने की विषय में प्रस्तुति दी। यह किस्म पत्तों में लोह तत्त्व, कॉपर व जिंक की उपयुक्त मात्रा को ही संचित करती है तथा शेष मात्रा जड़ों के द्वारा संचित कर भूमि का भी इन हेवी मेटल से संरक्षण करती है। ऑर्गेनिक कार्बन की मात्रा को मृदा में संरक्षण करती है जिससे मृदा की उर्वरता बढ़ जाती है। सतत चरने के कारण इस किस्म के गुणन में समस्या नहीं आती तथा बीज न भरने के कारण इन वैरायटी गुण स्थिर रहते हैं।इस कांफ्रेंस का आयोजन 29 मई से 1 जून 2023 तक थाईलैंड में हुआ। इस अवसर पर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला जी ने वरिष्ठ आचार्य प्रोफ़ेसर वाई विमला जी को शुभकामनाएं दी।
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