Shobhit University Gangoh में बौद्धिक संपदा अधिकार और आईपी प्रबंधन पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन, ये लोग रहे मौजूद

Shobhit University Gangoh: शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में दिनांक 20-04-2023 को स्कूल ऑफ लॉ एंड कांस्टीट्यूशनल स्टडीज विभाग द्वारा विश्वविद्यालय के सेमीनार हॉल में “बौद्धिक संपदा अधिकार और आईपी प्रबंधन” स्टार्ट-अप के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. ऋषिकेश सिंह फौजदार सारदा विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा रहे।कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया तथा बौद्धिक संपदा और प्रबंधन पर व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त किया। कार्यक्रम का शुभारंभ शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह, कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह, विधि विभाग डीन प्रो.(डॉ.) प्रीतम सिंह पंवार व विशेष वक्ता डॉ. ऋषिकेश सिंह एवं कार्यक्रम में उपस्थित अन्य शिक्षकगण ने मां सरस्वती एवं बाबू विजेंद्र जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया। स्कूल ऑफ एजुकेशन डीन प्रो.(डॉ.) प्रशांत कुमार द्वारा कार्यक्रम का मंच सञ्चालन किया गया। कार्यक्रम में असिस्टेंट प्रोफेसर शक्ति सिंह ने सभी छात्र-छात्राओं को कार्यशाला के विषय की जानकारी से अवगत कराया।

ये है बौद्धिक संपदा अधिकार दिये जाने का मूल उद्देश्य

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ. ऋषिकेश सिंह फौजदार ने सभी को अपने व्याख्यान से लाभान्वित किया, जिसमे उन्होंने बौद्धिक संपदा अधिकार और आईपी प्रबंधन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि ये अधिकार किसी देश के भीतर वैधानिक प्रक्रिया द्वारा निश्चित समय अवधि एवं शर्तों के साथ प्रदान किए जाते हैं। बौद्धिक संपदा अधिकार दिये जाने का मूल उद्देश्य मानवीय बौद्धिक सृजनशीलता को प्रोत्साहन देना है। सरकार द्वारा समय-समय पर इनके संरक्षण हेतु अनेक प्रयास भी किए जा रहे हैं, जिससे इस संदर्भ में लोगों की जागरूकता और बढ़ सके और इसके द्वारा प्रत्येक क्षेत्र में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से लाभ प्राप्त हो सके।

यह भी पढ़ें : CISCE ISC, ICSE Result 2023 LIVE: ICSE और ISC का रिजल्ट हुआ जारी, यहां देखें रिजल्ट का डायरेक्ट लिंक

ये लोग रहे मौजूद

इस अवसर पर शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह, कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह ने कार्यक्रम के आयोजकों को शुभकामनाएं दी। कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह ने कहा कि दुनिया भर में युवा अपनी ऊर्जा और सरलता, जिज्ञासा और रचनात्मकता का उपयोग करके बेहतर भविष्य की दिशा में आगे बढ़ने के लिए नवाचार चुनौतियों की ओर बढ़ रहे हैं। इसके लिए छात्रों को बौद्धिक संपदा अधिकार की बारीकियों का ज्ञान होना परम आवश्यक है। कार्यक्रम के समन्वयक विधि विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. उस्मान उल्लाह खान रहे। कार्यक्रम के अंत में असिस्टेंट प्रोफेसर गौरव त्यागी ने शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह, कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह व मुख्य वक्ता डॉ. ऋषिकेश सिंह फौजदार व उपस्थित सभी सम्मानित व्यक्तियों का धन्यवाद व आभार प्रकट किया। इस अवसर पर कार्यक्रम में रविकांत दीक्षित, आदित्य तोमर, गीता परमार आदि शिक्षकगण उपस्थित रहे।

ये भी पढ़ेंःLucknow University में ग्रेजुएशन के बाद डायरेक्ट कर सकेंगे P.hd, जानें कब से शुरू होंगे एडमिशन

एजुकेशन की तमाम खबरों के लिए हमारे  YouTube Channel ‘DNP EDUCATION’ को अभी subscribe करें

Exit mobile version