Chaudhary Charan Singh University: आज दिनांक 15 मार्च 2023 को मान्यवर कांशीराम जी के जन्मदिवस के अवसर पर मान्यवर कांशीराम जी शोधपीठ, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ में एक विचारगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसका विषय- “सतत विकास में शिक्षा की भूमिका – नई शिक्षा निति के सन्दर्भ में” रहा। प्रोग्राम में गेस्ट ऑफ़ ओनर श्री धीरेन्द्र वर्मा कुलसचिव, अध्यक्षता प्रो० एन०सी०लोहानी, संकायाध्यक्ष,कला विशिष्ट अतिथि प्रो० वाई सिंह समाजशास्त्र विभाग एंव प्रो० विजय जैसवाल शिक्षा विभागरहे। मुख्य वक्ता प्रो० ए०डी०एन० बाजपेई कुलपति, अटल बिहारी बाजपेई विश्वविद्यालय बिलासपुर,छत्तीसगढ(ऑनलाइन मोड़) में उपस्थित रहे। मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए प्रोफेसर ए डी एन बाजपेई, कुलपति, अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ ने चौधरी चरण सिंह विद्यालय परिवार को बधाई देते हुए यह भी संदेश दिया कि विश्वविद्यालय की नेक टीम का चेयरमैन बनना उनके लिए एक सुखद अनुभव रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि आपका विश्वविद्यालय बहुत अच्छा है और इसमें काफी ढूंढने के बाद भी कोई विशेष कमी नहीं मिली। इस अवसर पर मंचासीन सभी अतिथियों ने तथा सभी प्रतिभागियों ने बाजपेई को धन्यवाद देते हुए उनका आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए विभागाध्यक्ष इतिहास प्रोफेसर विग्नेश त्यागी ने मान्यवर कांशीराम जी के जीवन के ऐतिहासिक पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की तथा समाज के भीतर सामंजस्य बढ़ाने हेतु काशीराम जी के योगदान का महत्व स्पष्ट किया। कार्यक्रम के गेस्ट ऑफ ऑनर विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री धीरेंद्र वर्मा ने अपने वक्तव्य कांशी राम जी को आधुनिक समाज का अम्बेडकर कहते हुए छात्रों से विश्वविद्यालय के अकादमी के स्तर को ऊंचा उठाने हेतु मिलकर प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने विभिन्न सामाजिक समस्याओं पर चर्चा करते हुए समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं के लाभ को पहुंचाने का आह्वान किया ।
संकायाध्यक्ष शिक्षा , प्रोफेसर विजय जायसवाल ने सतत विकास के विभिन्न आयामों पर चर्चा करते हुए शिक्षा तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन पर जोर दिया। उन्होंने अपने वक्तव्य में सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल के समझाया। इस अवसर पर समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रोफेसर योगेंन्द्र सिंह ने समाज को जोड़ने हेतु मान्यवर कांशीराम जी के योगदान की विस्तृत व्याख्या की तथा विभिन्न सामाजिक बुराइयों की चर्चा करते हुए समाज में बूढ़े व्यक्तियों की समस्याओं पर जोर देते हुए वर्तमान पीढ़ी से यह अपील की कि हम अपने संस्कार एवं शिक्षा के माध्यम से परिवारजनों का ध्यान रखते हुए तथा उन्हें उचित स्थान देते हुए ही अपने कर्तव्य के प्रति ईमानदारी से कार्य करें ।
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इस अवसर पर विश्वविद्यालय में अनुसूचित जाति / जनजाति प्रकोष्ठ द्वारा वेब नेटवर्किंग एवं साइबर सिक्योरिटी के दस दिवसीय सर्टिफिकेट कोर्स तथा 45 घंटो के CCC कंप्यूटर कोर्स में 120 सफल प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए। कंप्यूटर ट्रेनिंग प्रोग्राम के प्रशिक्षक बिट्स एन बाइट एजुकेशन स्किल & आईटी सलूशन से श्री शेखर कुमार गढ़वाल भी इस अवसर पर उपस्थित रहे और उन्होंने अपने अनुभव को सभी के समक्ष साझा किया। अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए विश्वविद्यालय के कला संकायाध्यक्ष प्रोफेसर नवीनचंद्र लोहानी ने मान्यवर कांशीराम जी के जीवन पर चर्चा के दौरान उनके सामाजिक, राजनीतिक तथा शैक्षणिक महत्व को स्पष्ट किया तथा छात्रों से यह अपील की कि समाज में समरसता को बढ़ाने हेतु विभिन्न विद्वानों के विचारों को समझना अत्यंत आवश्यक है उन्होंने समाज में गरीबी और भूख पर चर्चा करते हुए मान्यवर कांशीराम जी के जन्म दिवस के अवसर पर सभी छात्रों को सामाजिक समरसता में अपना योगदान देने हेतु आग्रह किया । कार्यक्रम का सञ्चालन निदेशक मान्यवर कांशी राम शोध पीठ प्रो दिनेश कुमार ने किया। कार्यक्रम के आयोजन में इस्माइल नेशनल पीजी कॉलेज से डॉ ममता सिंह , डॉ कविता गर्ग , शिक्षा विभाग के डॉ जितेंद्र गोयल , भौतिक विज्ञान डॉ कटिहार के साथ-साथ डॉ सत्यपाल सिंह , श्री देवेंद्र सिंह, कुमारी उन्नति, श्री जॉनी शर्मा, श्री संजय कुमार तथा श्री राहुल का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।
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