Rajasthan: देश की हर यूनिवर्सिटी और कॉलेज के पास नैक एक्रीडिएशन की मान्यता होना जरूरी है। इस नैक एक्रीडिएशन की मान्यता से संस्थान खुद को अपडेट रखते हैं।इस रेटिंग से भविष्य में होने वाले प्रवेश पर फर्क पड़ता है। यूनिवर्सिटीा और कॉलेज में दाखिला लेने से पहले छात्र यह चेक करते हैं यूनिवर्सिटी या कॉलेज की नैक ग्रेड कितनी है उसी के आधार पर छात्र कॉलेज और यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेते हैं। यदि कोई छात्र विदेश से भी भारत में पढ़ने आता है तो भी वह नैक एक्रीडिएशन की ग्रेडिंग को देखता है। ऐसे में हर यूनिवर्सिटी और कॉलेज के लिए नैक एक्रीडिएशन की मान्यता होना जरूरी है।
राजस्थान की 1 स्टेट यूनिवर्सिटी के पास नैक का एक्रीडेशन
लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि हमारे देश में 1 हजार 113 यूनिवर्सिटी में से 695 यूनिवर्सिटी के पास नेशनल असेसमेंट एंड एक्रीडिएशन काउंसिल (NAAC) की मान्यता नहीं है। इसी के साथ 43 हजार 796 कॉलेजों में से 34 हजार 734 कॉलेजों के पास भी नैक एक्रीडेशन नहीं है। इसी कड़ी में आपको बता दें कि, राजस्थान की कुल 92 यूनिवर्सिटीज में से 22 यूनिवर्सिटी के पास ही नैक एक्रीडिएशन की मान्यता है। इन 22 यूनिवर्सिटीज में से भी 17 प्राइवेट यूनिवर्सिटी है जबकि चार यूनिवर्सिटी डीम्ड है। राजस्थान की एक सेंट्रल यूनिवर्सिटी अजमेर के पास भी नैक एक्रीडिएशन नहीं है। वहीं राजस्थान की 28 यूनिवर्सिटीज में से सिर्फ 1 स्टेट यूनिवर्सिटी बीकानेर की महाराज गंगा सिंह यूनिवर्सिटी के पास ही नैक का एक्रीडेशन है।
99 प्रतिशत कॉलेजों के पास नैक एक्रीडिएशन नहीं
इसी तरह राजस्थान के 3 हजार 694 कॉलेजों में से 1.02 प्रतिशत कॉलेजेस के पास ही नैक एक्रीडिएशन की मान्यता है। बता दें कि, राजस्थान के 3 हजार 694 कॉलेजों में से 38 कॉलेजों के पास एक्रीडिएशन है उनमें से भी सिर्फ 11 ही सरकारी कॉलेज हैं, जबकि बाकी के 27 कॉलेज प्राइवेट हैं। यानी राजस्थान के लगभग 99 प्रतिशत कॉलेजों के पास नैक एक्रीडिएशन नहीं है। राजस्थान के मीरा गर्ल्स कॉलेज उदयपुर, डूंगर कॉलेज बीकानेर सहित टोंक, सवाईमाधोपुर, कोटा, सिरोही, बीकानेर, दौसा, बूंदी, जैतारण और मनोहरपुर गवर्नमेंट कॉलेज के पास ही नैक का एक्रीडिएशन है।
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