Jamia Millia Islamia: जामिया में हॉटमेल के संस्थापक सबीर भाटिया की स्पेशल टॉक

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Jamia Millia Islamia: जामिया मिल्लिया इस्लामिया के मीर अनीस हॉल में आज जाने-माने उद्यमी और हॉटमेल, शोरील के संस्थापक श्री सबीर भाटिया की ‘टेक्नोलोजी एंड कम्युनिकेशन इन मोडर्न टाइम्स’ पर एक स्पेशल टॉक आयोजित की गई। अरेमको के सलाहकार और शोरील के सह-संस्थापक श्री जावेद यूनुस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। जामिया की कुलपति और संरक्षक, प्रो. नजमा अख्तर (पद्मश्री) ने स्पेशल टॉक की अध्यक्षता की, जिसका आयोजन जामिया के सामाजिक विज्ञान संकाय के डीन द्वारा किया गया था। ‘Technology and Communication in Modern Times’

जामिया में हॉटमेल के संस्थापक सबीर भाटिया की स्पेशल टॉक

कुलपति ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि हाल के दिनों में मशीन लर्निंग में नई तकनीकों और नवीनतम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के संदर्भ में वैज्ञानिक इनोवेशन ने मानव समाज को बदल दिया है और इसका मानव जीवन पर प्रभाव पड़ रहा है।यह ठीक ही माना जाता है कि यह दुनिया एक वैश्विक गाँव बन गई है जहाँ लोग ग्रह के सभी कोनों से एक-दूसरे के साथ संवाद कर सकते हैं। यह कई मायनों में लोगों के जीवन को सुविधाजनक बनाता है। आमने-सामने की बैठकों से हटकर वर्चुअल संचार की ओर रुझान बढ़ गया है। इसका सबसे अच्छा अनुभव हालिया वैश्विक स्वास्थ्य संकट, कोविड-19 महामारी, में हुआ”, उन्होंने कहा।श्री सबीर भाटिया ने सिलिकॉन वैली में अपने शुरुआती अनुभव को साझा करते हुए अपनी बात शुरू की कि हॉटमेल का विचार कैसे आया और इसे कैसे लागू किया गया। उद्यमिता के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा, “प्रत्येक कंपनी एक विचार के साथ शुरू होती है और यह एक ऐसा विचार है जो लाभ के उद्देश्य से अधिक महत्वपूर्ण है। उद्यमिता एक विचार के परीक्षण के बारे एक ऐसा विचार है जो चीजों को बदल सकता है और यह समाज को कैसे लाभ पहुंचा सकता है।

प्रमुख लोग रहे मौजूद

श्री भाटिया ने कहा कि भारत में व्यावसायिक योजनाएँ आमतौर पर अटक जाती हैं क्योंकि लोग पैसे और लाभ के बारे में अधिक सोचते हैं और यह नहीं सोचते कि इससे किस समस्या का समाधान होने वाला है। अपने नए उद्यम शोरील के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह उद्यमिता के लिए एक मंच है जहां कोई भी उद्यमी ऐप डाउनलोड कर सकता है और अपने विचारों को प्रदर्शित करके, सलाहकारों और निवेशकों से जुड़कर अपनी उद्यमशीलता की यात्रा शुरू कर सकता है।

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श्री भाटिया ने आगे विभिन्न क्षेत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के उपयोग के बारे में बात की और बताया कि यह कैसे विभिन्न क्षेत्रों और उद्योगों में हमारे जीवन को बदल रहा है। उन्होंने कहा कि एआई आधारित चैटबॉट जैसे चैटजीपीटी और अन्य टेक्नोलोजी शिक्षा क्षेत्र में भी बदलाव ला रही हैं। एआई संचालित चैटबॉट छात्रों के सवालों का जवाब दे सकते हैं और रियल टाइम में प्रतिक्रिया दे सकते हैं। एआई व्यक्तिगत लर्निंग के अनुभवों को सक्षम कर रहा है और छात्रों के परिणाम में सुधार कर रहा है। उन्होंने माइक्रो डिग्रियों के बारे में चर्चा करके अपना व्याख्यान समाप्त किया जहां छात्रों को माइक्रो कंटेंट आधारित शिक्षा दी जाती है और उसी के अनुसार उनका मूल्यांकन किया जाता है।स्पेशल टॉक में बड़ी संख्या में संकाय सदस्यों और छात्रों ने भाग लिया, जिन्होंने प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान प्रश्न उठाए और वक्ता ने उनका संतोषजनक उत्तर दिया। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।व्याख्यान के बाद, श्री भाटिया ने जामिया के कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग का दौरा किया, जहां उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग पर चल रहे शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग प्रोग्राम (एसटीटीपी) के प्रतिभागियों को संबोधित किया और बातचीत की।

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