Gorakhpur University: उत्तर प्रदेश से बड़ी खबर सामने आई है। इस खबर को जानने के बाद आप भी खुशी से झूम उठेंगे। दरअसल, 12 जनवरी को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय को नेशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन कॉउंसिल (नैक) के टीम ने 3 दिन का विजिट किया। इसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि नैक मूल्यांकन में विश्वविद्यालय ‘ए डबल प्लस’ रैंक मिलेगा। हालांकि आज जो खबरें सामने आई है उसके मुताबिक गोरखपुर विश्वविद्यालय सहित पूरा प्रदेश गौरवान्वित महसूस कर रहा है। दरअसल, नैक मूल्यांकन में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय को ‘ए डबल प्लस’ रैंक मिली है। इस बात की जानकारी मंगलवार को नैक की तरफ से विश्वविद्यालय प्रशासन को भेजे गए मेल में दी गई है। बता दें कि ‘ए डबल प्लस’ का यह ग्रेड अगले 5 सालों के लिए मान्य होगा।
गोरखपुर विश्वविद्यालय को NAAC मूल्यांकन में मिला A++ ग्रेड
गौरतलब है कि नैक मूल्यांकन की पद्धति से सरकारी विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता जांचने के लिए की जाती है। इससे पहले गोरखपुर विश्वविद्यालय को 2005 में B++ ग्रेड मिला था। इसके अलावा बात की जाए तो गोरखपुर के मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को A++ ग्रेड मिला था। इस बार नैक मूल्यांकन में गोरखपुर विश्वविद्यालय को A++ ग्रेड मिला। इस ग्रेड के मिलने के बाद विश्वविद्यालय की कई तरह की सुविधाएं और ग्रांट बढ़ जाएंगे। विश्वविद्यालय परिसर में खुशी का माहौल छा गया है। वहीं, कुलपति प्रो राजेश सिंह ने इस उपलब्धि का श्रेय विश्वविद्यालय की पूरी टीम को दिया है। मालूम हो कि राज्य विश्वविद्यालयों में अभी तक लखनऊ विश्वविद्यालय को अधिकतम ए प्लस प्लस ग्रेड मिला है।
इस साल विश्वविद्यालय को लगा था झटका
बता दें कि 2022 में ही नैक मूल्यांकन को लेकर विश्वविद्यालय द्वारा उम्मीद जताई जा रही थी। लेकिन, इस वर्ष नैक का मूल्यांकन नहीं हो पाया। ग्रेड हासिल नहीं होने से दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय को यूजीसी से आर्थिक सहायता की उम्मीदों को झटका लगा था। बताया जाता है कि इन तमाम वजहों से शैक्षणिक संस्थानों की रेटिंग के लिए राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) में विश्वविद्यालय आवेदन भी नहीं कर सका था।
एजुकेशन की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP EDUCATION’ को अभी subscribe करें।