GLA University: नवोन्मेश और तकनीकी शिक्षा ही रोजगार के साथ उद्यमिता का मार्ग प्रशस्त करती है। स्कूली छात्रों के लिए इसी मार्ग को आसान बनाने के लिए भारत सरकार के विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा को एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर कार्य करने और उस पर विद्यार्थियों को अमल कराने के लिए जिम्मेदारी सौंपी है। इसी जिम्मेदारी के तहत स्कूली छात्रों तक विज्ञान की पहुंच बनाने के लिए विज्ञान बस तैयार की है। इस बस में प्रयोगशाला भी बनाई गई है। इस विज्ञान बस का शुभारंभ जीएलए के कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता, सीईओ नीरज अग्रवाल, प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता और डीन रिसोर्स जनरेशन एंड प्लानिंग प्रो. दिवाकर भारद्वाज ने किया।
जीएलए के कुलपति और CEO ने किया विज्ञान बस का शुभारंभ
प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी देते हुए प्रोजेक्ट प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर एवं जीएलए के डीन रिसोर्स जनरेशन एंड प्लानिंग प्रो. दिवाकर भारद्वाज ने बताया कि जीएलए विश्वविद्यालय को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बतौर नोडल एजेंसी की तरह कार्य करने का जो दायित्व सौंपा है, वह सराहनीय है। इस दायित्व के अन्तर्गत ब्रज के मथुरा, आगरा, अलीगढ़ सहित हाथरस, फिरोजाबाद के स्कूलों को चिन्ह्ति किया गया है। प्रो. भारद्वाज ने बताया कि यह प्रोजेक्ट एक बहुआयामी लर्निंग माॅडल पर आधारित है, जिसके अंतर्गत औद्योगिक भ्रमण कराने के साथ-साथ विश्वविद्यालय इन विद्यार्थियों के लिए क्विज, सेमिनार, वेबिनार तथा प्रोजेक्ट प्रदर्शनी आदि का आयोजन करने के साथ-साथ विश्वविद्यालय के टेक्निकल एक्सपर्ट द्वारा उनको लर्निंग के आधुनिकतम टूल्स से भी अवगत कराया जाएगा।
किन लोगों को मिलेगा फायदा
कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता ने बताया कि विज्ञान बस के माध्यम से ब्रज के ग्रामीण और पिछड़े इलाकों के विद्यार्थी भी सरल प्रयोगों के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांत समझ सकेंगे। यह बस अंधविश्वास को भी दूर करने में मददगार होगी। बस में वैज्ञानिक प्रयोगों से जुड़े लगभग दर्जनों वीडियो उपलब्ध हैं।सीईओ नीरज अग्रवाल ने बताया कि बस में स्थापित प्रोजेक्ट्सों को जब विभिन्न स्कूल छात्र-छात्राएं देखेंगे तो, उन्हें बिल्कुल वही एहसास होगा जो हमें कभी गुड्डे-गुड़ियों को देखकर होता था। छात्र-छात्राएं इन प्रोजेक्ट्स के माध्यम से बेहद सुगमता से जटिल से जटिल तकनीकी शिक्षा को हासिल कर पायेंगी।विज्ञान बस शुभारंभ के दौरान विश्वविद्यालय में पहुंचे विभिन्न इंटर स्कूली प्राचार्यों को विज्ञान बस से संबंधित जानकारी देते हुए बताया कि पाॅलीटेक्निक संस्थान के प्राचार्य डाॅ. विकास कुमार षर्मा ने बताया कि जीएलए विश्वविद्यालय पूर्व से बेहतर नवाचार और तकनीकी शिक्षा से लेकर रोजगार के क्षेत्र में अभूतपूर्व सफलता हासिल करने में अग्रणी रहा है। इसी के तहत ही स्कूली विद्यार्थियों को एकेडमिक बिन्दुओं पर जानकारी दी जायेगी। उन्होंने कहा कि ऐसी शिक्षा शुरूआती दौर से ही विद्यार्थी को मिलने लगे तो आगे आने वाला कठिन दौर भी आसान रास्ते की ओर स्वतः ही मुड जाता है और विद्यार्थी सही मार्ग की ओर चल पड़ता है, जिससे छात्र को मंजिल पाने में आसानी होती है।
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