GBU Campus: ग्रेटर नोएडा स्थित गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी परिसर में सिगरेट पीने के विवाद को लेकर सिक्योरिटी गार्ड और एमबीबीएस छात्रों के बीच जमकर भिडंत हुई, जिसमें कई छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना 4 जून रात की है। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला सुर्खियों में है। सुरक्षा गार्डों ने छात्रों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और हॉस्टल में तोड़फोड़ की। सुरक्षा गार्डों ने भी छात्रों पर मारपीट करने का आरोप लगाया है।
गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर ही गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (GIMS) के छात्रों का हॉस्टल भी है। बताया जाता है कि रात करीब 10 बजे एमबीबीएस के कुछ छात्र कैंपस में घूम रहे थे। आरोप है कि सिगरेट पी रहे छात्रों को जब जीबीयू के सुरक्षाकर्मी ने टोका तो इसे लेकर विवाद हो गया। छात्रों का कहना है गार्ड उनका वीडियो बना रहे थे। जिसका विरोध करने पर गार्ड भड़क गए। इस बीच, हॉस्टल से अन्य छात्र वहां पहुंच गए और मारपीट शुरू हो गई। दोनों पक्षों की ओर से पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
छात्रों के आरोप
छात्रों का आरोप है कि सिक्योरिटी गार्डों ने उनके हॉस्टल में घुसकर उन पर हमला बोल दिया। सुरक्षा गार्ड और उनके साथियों ने लाठी-डंडों से छात्रों को पीटा और हॉस्टल में तोड़फोड़ की। साथ ही कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। जान बचाने के लिए कई छात्र तो बालकनी से नीचे कूद गए। इस भगदड़ में कई छात्र चोटिल हो गए। इस दौरान किसी सिक्योरिटी गार्ड ने हवाई फायरिंग कर दी, जिससे कैंपस में दहशत का माहौल बन गया। GIMS प्रशासन का कहना है कि गार्डों के हमले में 22 छात्र घायल हुए, जिनमें से चार छात्रों को गंभीर चोटें आई हैं। मेडिकल छात्रों ने सिगरेट पीने के आरोपों से भी इंकार किया है।
इस घटना की कड़ी भर्त्सना करते हुए मेडिकल स्टूडेंट और डॉक्टरों के संगठनों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। सोशल मीडिया पर छात्रों को न्याय दिलाने की मांग उठ रही है।
गार्डों के आरोप
गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी के सुरक्षाकर्मियों का आरोप है कि कैंपस के अंदर सिगरेट पीने से मना करने पर छात्रों ने उनके साथ मारपीट की, साथ ही परिसर में भी तोड़फोड़ की। ईकोटेक थाना-1 पुलिस ने घटना के संबंध में पांच छात्रों और सुरक्षाकर्मियों समेत 33 लोगों को हिरासत में लिया था। जांच के बाद 18 लोगों को रिहा कर दिया गया है। जबकि 15 पर केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है। हमले के विरोध में मेडिकल छात्रों ने सोमवार को धरना दिया और कामकाज ठप रखा। छात्र हमलावरों पर कार्रवाई और उनका हॉस्टल बदलने की मांग कर रहे हैं।