CCS University Meerut: नैक पीयर टीम ने 2, 3 और 4 मार्च को विश्वविद्यालय का निरीक्षण किया था। आज उसका परिणाम आ गया है, जिसमें विश्वविद्यालय को नैक द्वारा A++ ग्रेड प्रदान किया गया है। इस अवसर पर कुलपति प्रो॰ संगीता शुक्ला ने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए यह ऐतिहासिक एवं अवस्मिरणीय क्षण है।
कुलपति प्रो॰ संगीता शुक्ला ने कहा कि कुलाधिपति एवं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का योगदान अतुलनीय है। शरूआती दौर से ही राज्यपाल की ओर से गहन विवेचना के साथ-साथ समय-समय पर नैक के कार्य की प्रगति की आख्या मांगी जाती रही है। साथ ही उस पर क्या सुधार हो सकते हैं, यह सुझाव भी उनके द्वारा निरन्तर प्राप्त होते रहे।
उन्होंने कहा कि जनवरी और फरवरी माह में दो बार उन्होंने स्वयं मुझे आख्या प्रस्तुत करने के लिए बुलाया और लखनऊ में ही अप्रैल माह में तीन दिवसीय कार्य शाला में नैक के सभी क्राइटेरिया अध्यक्षों के साथ कार्यशाला में सहभागिता की।
नैक की तैयारियाों पर चर्चा
27 मई 2022 को कुलाधिपति एवं राज्यपाल के विशेष कार्यकारी अधिकारी डॉ॰ पंकज लक्ष्मण जॉनी द्वारा नैक की तैयारियों के लिए विश्वविद्यालय आकर निरीक्षण किया गया। इसके बाद जुलाई माह में कुलाधिपति ने विश्वविद्यालय के समस्त क्राइटेरिया अध्यक्षों एवं टीम के साथ पूरे दिन भर नैक की तैयारियाों पर चर्चा की। इसके बाद भी कई बार उन्होंने पत्रों के माध्यम से और ईमेल के माध्यम से बुलाकर भी समीक्षा की और आवश्यक निर्देश भी दिए।
इसलिए विश्वविद्यालय की इस उपलब्धि में माननीया कुलाधिपति और राज्यपाल का अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान है। कुलपति प्रो॰ संगीता शुक्ला ने आगे कहा कि विश्वविद्यालय की यह उपलब्धि सभी को सामूहिक प्रयास एवं कठिन परिश्रम का परिणाम है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का प्रत्येक शिक्षक, प्रत्येक अधिकारी, प्रत्येक कर्मचारियों और छात्रों का महत्वपूर्ण योगदान इस उपलब्धि में है।
विश्वविद्यालय को मिल सकेगा अनुदान
उन्होंने कई अन्य लाभ बताते हुए कहा कि प्रदेश एवं केन्द्र सरकार द्वारा विभिन्न परियोजनाओं के अन्तर्गत प्रोजेक्ट मिलना तथा विश्वविद्यालय को अलग-अलग क्षेत्रों में अनुदान भी मिल सकेगा। इससे पूर्व नैक द्वारा परिणाम घोषित होने पर पूरे परिसर में हर्ष एवं उल्लास का वातावरण हो गया। ढोल-नगाड़ों से सभी शिक्षक, कर्मचारी, छात्र-छात्राएं जश्न में नाचने लगे कुलपति प्रो॰ संगीता शुक्ला परिणाम घोषित होने के बाद सबसे पहले परिसर स्थित मंदिर पहुंचकर ईश्वर के दर्शन किए।
ग्रेड मिलने से विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। आने वाले समय में हमारा प्रयास रहेगा कि हम शोध एवं इनोवेशन के क्षेत्र में कुछ और महत्वपूर्ण करें। उन्होंने कहा कि अब विश्वविद्यालय डिस्टेंस एजूकेशन के साथ-साथ विदेशों के अच्छे विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू कर सकेगा. इसके अतिरिक्त बाहर से भी स्टूडेन्ट एक्सचेंज प्रोग्राम के अन्तर्गत विद्यार्थियों का आवागमन होगा।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर कार्य परिषद सदस्य प्रो॰ अरूण सिंह, प्रो॰ वाई विमला, प्रो॰ भूपेन्द्र सिंह, प्रो॰ अनुज, प्रो॰ शिवराज पुण्डीर, प्रो॰ मुकेश शर्मा, प्रो॰ जयमाला, प्रो॰ बिन्दु शर्मा, प्रो॰ नीलू जैन गुप्ता, प्रो॰ संजय भारद्वाज, प्रो॰ शैलेन्द्र शर्मा, प्रो॰ प्रशांत कुमार, डॉ. जमाल अहमद सिद्दीकी, डॉ॰ प्रदीप चैधरी, डॉ॰ अलका तिवारी, डॉ॰ विवेक कुमार, डॉ॰ मनोज श्रीवास्तव, कुलसचिव धीरेन्द्र कुमार, वित्त अधिकारी रमेश चंद्र, विश्वविद्यालय अभियन्ता मनीष मिश्रा, विकास त्यागी, मनोज कुमार, कर्म चारी यूनियन के अध्यक्ष सर्वोत्तम शर्मा, अमित शर्मा, संजीव वर्मा, मुनीश शर्मा, ज्ञानचंद रावत आदि उपस्थित रहे।