Jammu Kashmir Pharmacy Council: जम्मू कश्मीर फार्मेसी काउंसिल ने कई राज्यों के विश्वविद्यालयों के फार्मेसी डिप्लोमा पर प्रदेश में मान्यता देने पर फिलहाल रोक लगा दी है। इसके पीछे की वजह अब जाकर सामने आई है। बताया जा रहा है कि इन विश्वविद्यालय द्वारा जम्मू कश्मीर फार्मेसी काउंसिल को दिए गए जवाब को संतोषजनक नहीं पाया गया है। इसे लेकर Jammu Kashmir के विद्यार्थियों को फार्मेंसी में दिए गए डिप्लोमा को बहरहाल मान्यता देने पर फिलहाल जम्मू कश्मीर फार्मेसी काउंसिल द्वारा रोक लगा दी है। काउंसिल की ओर से कहा जा रहा है कि इन विश्वविद्यालयों द्वारा नियमों का पालन नहीं किया है।
इन विश्वविद्यालयों के फार्मेसी डिप्लोमा पर लगी रोक
आपको बता दें कि जिन Universities के फार्मेसी डिप्लोमा पर रोक लगाई गई है, उनमें श्री साईं यूनिवर्सिटी पालमपुर, जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी, सत्यपाल यूनिवर्सिटी आफ टेक्नालोजी एंड मेडिकल सांइसेस मध्यप्रदेश, मानव भारती यूनिवर्सिटी सोलन, सनराइज यूनिवर्सिटी राजस्थान, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल यूनिवर्सिटी जौनपुर, बिहार कालेज आफ फार्मेंसी बिहार, गुरु काशी यूनिवर्सिटी तलवंडी भटिंडा, कलिंगा यूनिवर्सिटी छतीसगढ़, मंगलयान यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश, अर्नी यूनिवर्सिटी हिमाचल प्रदेश, डा. सीवी रमन यूनिवर्सिटी बिलासपुर और गीतांजलि यूनिवर्सिटी राजस्थान शामिल है।
स्पष्टीकरण आने तक छात्रों को करना होगा इंतजार
इसके अलावा इस लिस्ट में कई और विश्वविद्यालयों के नाम है। इनमें छत्रपति साहु जी यूनिवर्सिटी कानपुर, ओडिशा बोर्ड आफ फार्मेंसी, चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश, मोनाड यूनिवर्सिटी राजस्थान, वाईवीएन यूनिवर्सिटी रांची, महामाया टेक्निकल यूनिवर्सिटी नोयडा, बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी झांसी और सीएमजे यूनिवर्सिटी मेघालय शामिल हैं। मामले को लेकर Jammu Kashmir Pharmacy Council द्वारा कहा गया है कि इन सभी विश्वविद्यालयों से स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। जवाब को संतोषजनक पाए जाने के बाद इनके द्वारा जारी Pharmacy Diploma को मान्य कर दिया जाएगा।
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