दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा मनोविज्ञान और मानसिक स्वास्थ्य में सर्टिफिकेट कोर्स की घोषणा की गई है। अधिकतर छात्र मनोविज्ञान में अपना करियर बनाने की इच्छा रखते हैं। छात्रों में इस बात की जिज्ञासा होती है कि मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल या साइक्लोजिस्ट काम कैसे करते हैं। अब इस बात को ध्यान में रखकर ही यूपीएस एजुकेशन और एसपीएम कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय ने मिलकर मनोविज्ञान और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े कुछ नए कोर्स शुरू करने की घोषणा की।
कोर्स में होगा दो बार एडमिशन
मानसिक स्वास्थ्य और मनोविज्ञान संबंधित बहुत सारी भ्रांतियां हैं, जिसमें से एक मनोवैज्ञानिक एवं मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर की कार्यप्रणाली को लेकर है। इन पाठ्यक्रमों को एप्लाइड साइकोलॉजी विभाग के अंतर्गत संचालित कराया जाएगा। इसके अलावा कोर्स में साल में दो बार एडमिशन होगा। लेकिन सीमित सीट होने की वजह से पहले प्राप्त हुए आवेदन को प्राथमिकता दी जाएगी। प्रथम सेशन की शुरुआत फरवरी में होगी और दूसरा सेशन सितंबर में शुरू होगा। इस कोर्स को ऑफलाइन या ऑनलाइन दोनों ही माध्यम में कराया जा सकता है।
6 महीने तक होगी कोर्स की अवधि
अब जिन कोर्स की घोषणा की गई है उनमें ‘सर्टिफिकेट कोर्स इन काउंसलिंग एंड साइकोथेरेपी’, ‘सर्टिफिकेट इन मीडिया साइकोलॉजी एंड साइकोलॉजिकल टेस्टिंग में सर्टिफिकेट’ है। इसके अलावा ‘सर्टिफिकेट कोर्स इन काउंसलिंग एंड साइकोथेरेपी’ और ‘साइक्लोजिकल टेस्टिंग में सर्टिफिकेट’ में एडमिशन के लिए मनोविज्ञान विषय में स्नातक होना जरूरी है। लेकिन ‘सर्टिफिकेट इन मीडिया साइकोलॉजी’ में एडमिशन किसी भी विषय से स्नातक कर रहे छात्र ले सकते हैं। बताया गया है कि इन कोर्स की अवधि 3 महीने से लेकर 6 महीने तक की रहेगी।
24 दिसंबर तक जारी रहेगी एडमिशन की प्रक्रिया
इन कोर्स इसके लिए 25 नवंबर से एडमिशन की प्रक्रिया शुरू की गई जो 24 दिसंबर तक जारी रहेगी। एसपीएम कॉलेज के प्रिंसिपल साधना शर्मा ने बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि “उनको उम्मीद है कि बच्चों को इन कोर्सेज से काफी लाभ प्राप्त होगा।” साइकोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड वीरेंद्र यादव का कहना है कि यह कोर्स विद्यार्थी के समझ को विकसित करेगा तथा मनोवैज्ञानिक के कार्यप्रणाली को समझने में मदद करेगा। बताया गया है कि लोगों का रुझान मानसिक स्वास्थ्य की तरफ ज्यादा बढ़ा है। इसलिए विभिन्न मनोवैज्ञानिक की मांग भी बढ़ने लगी है।