School: यूपी के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 1.87 करोड़ बच्चों के खातों में सत्र शुरू होने के 38 दिन बाद भी सरकारी राशी नहीं आ पाई है। यह राशी बच्चों को ड्रेस, जूते, मौजे और बैग खरीदने के लिए दी जानी थी। इस राशी के तहत बच्चों को 1200 रुपये दिए जाते हैं। इस रकम कक्षा पहली से लेकर कक्षा आठवीं तक के बच्चों के अभिभावकों को दी जानी थी। यह रुपये स्कूल का सत्र शुरू होने के पहले या शुरूआती दिनों में बच्चों के परिवार वालों के खातों में ट्रांसफर किए जाने होते हैं।
ये भी पढ़ें: School : निरीक्षण के दौरान नदारद दिखे शिक्षक, गंदगी में पढ़ाई करने को मजबूर छात्र
अब तक नहीं आए अकाउंट में पैसे
बता दें कि बच्चों का नया सत्र बीते महीने एक अप्रैल से शुरू हो चुका है और आज मई 2023 की 09 तारीख तक भी बच्चों के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर नहीं किए गए हैं। इसको लेकर यूपी सरकार प्रथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों के कक्षा 1 से लेकर 8वीं के विद्यार्थियों के बैंक अकाउंट में बिना किसी प्रत्यक्ष लाभ के इस राशी को ट्रांसफर करती है, लेकिन यह राशी अब तक ट्रांसफर नहीं हुई है।
क्यों भेजे जाते हैं बच्चों के खातों में रुपये
मौजूदा समय में प्रदेश के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों की पहली क्लास से लेकर आठवीं क्लास तक 1.86 करोड़ से ज्यादा विद्यार्थी पढ़ते हैं। इसके अकाउंट में भैजे जाने वाले 1200 रुपये इसलिए भेजे जाते हैं, ताकि इन स्कूलों की छात्र-छात्राएं यूनिफॉर्म, स्वेटर, मौजे-जुराब, स्कूल बैग और स्टेशनरी खरीद सकें। इसके लिए योगी सरकार 600 रुपये दो जोड़ी यूनिफार्म के लिए, 170 रुपये स्कूल बैग के लिए, 125 रुपये जूते-मोजे के लिए और 200 रुपये स्वेटर के लिए देती है। इसमें 600 रुपये केंद्र सरकार के खाते से और 500 रुपये राज्य सरकार अपने बजट में से देती है। लेकिन इसे बढ़ाकर अब प्रदेश सरकार ने 1200 रुपये कर दिया है।
इस पर उत्तर प्रदेश BTC संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने इसको लेकर कहा कि सत्र शुरू होने के इतने दिनों बाद भी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे बिना यूनिफॉर्म और जरूरी चीजों के आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन विद्यार्थियों को मिलने वाली अनुदान राशी को जल्द से जल्द सरकार के खातों में पहुँचाया जाए।