Famous Government Schools in Rajasthan: बच्चों को बेस्ट स्कूल में दाखिला दिलाना हर अभिभावक का सपना होता है। सभी पेरेंट्स इसके लिए प्रयासरत भी होते हैं। इसके लिए वो समयानुसार जानकारी जुटाते रहते हैं ताकि उनके बच्चे को आधुनिक सुविधाओं से संपन्न स्कूल में शिक्षा प्राप्त हो सकें। आज इस लेख में हम आपको राजस्थान के एक राजकीय विद्यालय के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे जानकर आप गौरावांवित महसूस करेंगे। दरअसल, निजी विद्यालयों के शैक्षणिक उपलब्धि से हर कोई परिचित होता है, लेकिन सरकारी विद्यालयों की बात आते ही लोग असमंजस में पड़ जाते हैं। लोग सरकारी विद्यालयों के शैक्षणिक उपलब्धियों को जाने वगैर सवाल उठाने लगते हैं। इस लेख में साझा की गई जानकारी उन तमाम अभिभावकों के लिए हैं जो अपने बच्चे को सरकारी विद्यालय में पढ़ाने से कतराते हैं। मुझे उम्मीद है कि इस लेख के जरिए हम आपकी अवधारणा को बदलने में कामयाब हो सकेंगे।
राजकीय विद्यालय ने निजी स्कूलों को छोड़ा पीछे
राजस्थान के नागौर जिले के जारोड़ा गांव का राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय इन दिनों चर्चा में है। विद्यालय शैक्षणिक व्यवस्था और उपलब्धियों के मामले में निजी स्कूलों को पीछे छोड़ रहा है। इसी के चलते इस विद्यालय में तेरह गांवों के 700 बच्चे अध्ययनरत हैं। बड़ी बात यह है कि यहां से पढ़े हुए करीब 693 छात्र सरकारी नौकरियों में हैं। इसलिए इस स्कूल को सरकारी नौकरियों का खजाना भी कहा जाने लगा है। अभिभावक और बच्चों की आस्था इस विद्यालय के प्रति इस कदर हैं कि हर कोई यहां दाखिला लेना चाहता है। उपलब्धियों के मामले में जिले के सभी विद्यालयों से यह स्कूल आगे है। इसी कारण से इस सत्र में प्रदेश स्तर पर इस स्कूल को सम्मानित भी किया गया है।
सरकारी विद्यालय अब टैलेंट वाले स्कूल बन गए हैं
साल 2003 में इस स्कूल को सीनियर सैकंडरी में क्रमोन्नत किया गया। रोचक बात यह है कि पिछले 20 साल में आज तक इस स्कूल का विद्यार्थी परीक्षा में असफल नहीं हुआ है। मालूम हो कि इस स्कूल में कला व विज्ञान संकाय में वर्ग संचालित किए जाते हैं। वहीं विद्यालय प्रशासन द्वारा शिक्षा के साथ खेल, कलाकृति, विज्ञान पर जोर दिया जाता है। स्कूली प्रतियोगिताओ में भी विद्यालय के बच्चे प्रदेश स्तर पर मेडल प्राप्त कर स्कूल का नाम रौशन किया है।
एजुकेशन की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP EDUCATION’ को अभी subscribe करें।