New Education Policy: कक्षा चार से आठ तक के बच्चों के लिए निशुल्क पाठ्यपुस्तकों के लिए टेंडर पास हो चुका है। अगले सत्र में 1.91 करोड़ बच्चों को दी जाएगी मुफ्त किताबें। जनवरी के अंत तक किताबें स्कूलों में पहुंचनी शुरू हो जाएंगी। इस बार किताबों को समय से पहुंचाने के लिए अधिकारियों ने नवम्बर में ही आदेश जारी करवा दिया है और टेंडर की प्रतिक्रिया भी पूरी कर दी गई है।
हर वर्ष आदेशी जारी होते-होते मार्च-अप्रैल का महीना आ जाता था। जिसकी वजह से बच्चों तक समय से किताबें नहीं पहुंच पाती थी। इस शैक्षिक सत्र की किताबें भी नवम्बर तक बांटी गई है। अब शासन ने सत प्रतिशत पाठ्यपुस्तक वितरण की रिपोर्ट मांगी है। वहीं कक्षा एक से लेकर तीन तक की किताबें छपने नहीं गई है। इसके पीछे इस वर्ष सूबे में एनसीईआरटी की किताबें लागू करने का कारण है।
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तीन चरणों में होगा कार्य
नई शिक्षा नीति के अनुसार कक्षा एक से लेकर तीन तक की किताबों में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद ने बहुत से बदलाव किए हैं। परिवर्तन होने के बाद ही किताबें छपने जाएंगी। दूसरे चरण में वर्ष 2024-25 में कक्षा चार से कक्षा पांच तक और फिर तीसरे चरण में वर्ष 2025-26 से कक्षा छह से कक्षा आठ तक के बच्चों को एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाई जाएंगी।
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