Admission in Sainik School: हर अभिभावक अपने बच्चे को देश के प्रसिद्ध स्कूल में पढ़ाना चाहते हैं। ऐसे में अभिभावकों की पहली पसंद बच्चों के नामांकन के लिए केन्द्रीय विद्यालय और सैनिक स्कूल रहता है। लेकिन सही जानकारी नहीं होने के कारण इनमें से अधितकर अभिभावक (Guardian) के बच्चे का दाखिला इन स्कूलों में नहीं हो पाता है। मालूम हो कि सैनिक स्कूल में बच्चे को दाखिला दिलवाना किसी टेढ़ी खीर से कम नहीं है। हालांकि, सैनिक स्कूल में प्रवेश परीक्षा के जरिए बच्चे को दाखिला दिलाया जा सकता है।
सैनिक स्कूल में नामांकन के लिए देना होता है प्रवेश परीक्षा
आपको बता दें कि सैनिक स्कूलों में नामांकन को लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) द्वारा प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। बकायदा इन परीक्षा के लिए देशभर के अधिकतर बच्चे आवेदन करते हैं। इसी परीक्षा के जरिए सैनिक स्कूल के छठी और नौवीं कक्षाओं में दाखिला दिया जाता है। जानकारी के लिए बता दें कि सैनिक स्कूल के छठी कक्षा में दाखिला लेने के लिए बच्चे की उम्र 10 से 12 साल के बीच होना अऩिवार्य है, जबकि नौवीं कक्षा में दाखिला लेने के लिए बच्चे की उम्र सीमा 13 से 15 साल के बीच ही होनी चाहिए। इसके अलावा अभिभावकों के लिए ध्यान देनी वाली बात यह है कि किसी भी सैनिक स्कूल (Sainik School) में दाखिला लेने के लिए छात्रों की परीक्षा में परफार्मेंस और मेडिकल फिटनेस के आधार पर ही मिलता है। ऐसे में इन स्कूलों में अपने बच्चे को दाखिला दिलाने की चाहत रखने वाले अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने बच्चे की पढ़ाई के साथ-साथ मेडिकल फिटनेस पर भी विशेष ध्यान बनाए रखें।
सैनिक स्कूल में ऐसे मिलता है दाखिला
सैनिक स्कूल में नामांकन कराने के लिए हर साल एनटीए द्वारा आल इंडिया सैनिक स्कूल एंट्रेंस एग्जाम (AISSEE) परीक्षा आयोजित की जाती है। जिसका एक फॉर्म निकलता है। जो दिसंबर महीने में आता है। एनटीए द्वारा निर्धारित समय से पहले बच्चे को आवेदन सबमिट करना होता है। इसके बाद एनटीए द्वारा बच्चे के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। यह परीक्षा हर साल जनवरी के महीने में आयोजित की जाती है। परीक्षा देने के उपरात रिजल्ट आता है। परीक्षा (Exam ) पास करने के बाद ही बच्चे को सैनिक स्कूल में नामांकन मिलता है।
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