CUET Exam: देश के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के UG प्रोग्रामों में दाखिला के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) अनिवार्य हो गया है। हालांकि अभी भी कई ऐसे विश्वविद्यालय हैं जहां इसमें थोड़ी छूट दी जा रही है। लिहाजा इसके पीछे बड़ी वजह सामने आई है। बताया जा रहा है कि देश के कई प्राइवेट विश्वविद्यालयों द्वारा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए स्वयं का एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया जाता है। इसके चलते विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के फैसले को मानने में अधिकतर प्राइवेट यूनिवर्सिटी असहज महसूस कर रही है। आलम यह है कि कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट में देरी को देखते हुए कई विश्वविद्यालय UGC द्वारा शुरू की गई प्रवेश परीक्षा के बारे में सुनिश्चित नहीं हैं।
विश्वविद्यालयों के सभी UG प्रोग्रामों में CUET के जरिए मिलेगा दाखिला
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा देश के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के सभी UG प्रोग्रामों में कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के जरिए दाखिला को अनिवार्य कर दिया गया है। इसके बाद से ही प्राइवेट विश्वविद्यालयों में हलचल तेज हो गई है। इस सबके बीच अच्छी ख़बर यह है कि देश के कई प्राइवेट यूनिवर्सिटी भी नामांकन के लिए CUET को लागू कर दिया गया है। इनमें लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू), गलगोटिया यूनिवर्सिटी, एसआरएम यूनिवर्सिटी,बीएमएल मुंजाल यूनिवर्सिटी, जीडी गोयनका यूनिवर्सिटी सहित अन्य विश्वविद्यालय शामिल है।
CUET के जरिए छात्रों की योग्यता को समझना होगा आसान
जानकारों की मानें तो कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के जरिए पाठ्यक्रम के लिए छात्रों की योग्यता को समझना किसी भी विश्वविद्यालय के लिए आसान हो जाता है। इन प्रवेश परीक्षा की मदद से योग्य छात्रों को मेरिट स्कॉलरशिप मिलने में सहायता होती है। बहरहाल, UGC के फैसले के बाद यह यह पहला साल होने जा रहा है, जब देश के सभी विश्वविद्यालयों के सभी UG प्रोग्रामों में कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के जरिए दाखिला लिया जाएगा।
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