University खोलने का सपना ऐसे करें पूरा, जानें कितने का आएगा खर्च और क्या है प्रक्रिया?

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University: अकसर जब कोई छात्र यूनिवर्सिटी में जाता है तो वो यह जरूर सोचता होगा कि आखिर यूनिवर्सिटी कैसे खोली जाती होगी? इसके अलावा बहुत से लोगों के मन में होता है कि वे अपनी यूनिवर्सिटी खोलेंगे लेकिन अधिकतर लोगों को यूनिवर्सिटी खोलने की प्रक्रिया के बारे में और यूनिवर्सिटी खोलने में होने वाले खर्च आदि के बारे में नहीं पता होता। अगर आपके मन में भी ये सवाल है कि आखिर एक यूनिवर्सिटी खोलने के लिए क्या प्रक्रिया होती है और इसमें कितना खर्च आता है? आइए जानते हैं आपके इस सवाल का जवाब…..

कितनी तरह की होती हैं यूनिवर्सिटी

बता दें कि यूनिवर्सिटी दो तरह की होती है पहली गवर्नमेंट यूनिवर्सिटी और दूसरी प्राइवेट यूनिवर्सिटी। गवर्नमेंट यूनिवर्सिटी पूरी तरह से सरकार के कंट्रोल में होती हैं। इनकी फंडिंग, रख-रखाव आदि का सारा खर्च सरकार ही उठाती है। दूसरी होती है प्राइवेट यूनिवर्सिटी। इस तरह की यूनिवर्सिटी सरकार द्वारा अप्रूव की जाती हैं और सरकार द्वारा जारी किए गए नियम और कानून के तहत चलती हैं। इस तरह की यूनिवर्सिटी में होने वाले खर्च की फंडिंग सरकार द्वारा नहीं की जाती। इसकी फंडिंग कॉर्पोरेट हाउसेस या इंवेस्टर्स द्वारा की जाती है।

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इन एक्ट्स का रखना होगा ख्याल

अगर आप अपनी यूनिवर्सिटी खोलना चाहते हैं तो आपके पास केवल पैसा होना काफी नहीं हैं। इसके लिए कोई ऐसी सोसायटी का चयन करना होगा जो सोसाइटीज रजिस्ट्रेशन एक्ट के तहत रजिस्टर्ड हो। दूसरा कोई भी पब्लिक ट्रस्ट या स्टेट पब्लिक ट्रस्ट एक्ट इंडियन ट्रस्ट 1882 स्टेट और यूनियन टेरिटरी के बने कानून के तहत रजिस्टर्ड हो। इसके साथ ही कोई कंपनी का सेक्शन 25 कंपनीज एक्ट 1956 के अंदर रजिस्टर्ड हो।

कैसे खोलें यूनिवर्सिटी?

अगर कोई सोसाइटी या कंपनी प्राइवेट यूनिवर्सिटी खोलने में इंटरेस्टेड है तो उन्हें एक डिटेल्ड प्रपोजल बनाकर M.H.R.D. मिनिस्ट्री के “डिपार्टमेंट ऑफ हायर एजुकेशन ” को भेजना होगा। इसके साथ ही 1 लाख रुपए का डिमांड ड्राफ्ट बनाकर “इन फेवर ऑफ डायरेक्टर ऑफ हायर एजुकेशन” के नाम पर अटैच करना होगा। इस एप्लिकेशन में आपको रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की कॉपी, यूनिवर्सिटी के बाइलॉज, यूनिवर्सिटी का नाम, यूनिवर्सिटी की लोकेशन और हेड क्वार्टर के वेन्यू के साथ ऑब्जेक्टिव्स ऑफ द यूनिवर्सिटी यानी इस यूनिवर्सिटी में क्या पढ़ाई कराई जाएगी और यहां क्या सिखाया जाएगा? ये सभी डिटेल्स डालनी होंगी। इसके साथ इसका डोमेन, यहां किस तरह के प्रोग्राम चलाए जाएंगे, इसकी स्क्रीनिंग के बारे में जानकारी, रिसर्च की जानकारी, स्कॉलरशिप स्ट्रक्चर, रिजर्वेशन एकेडमिक रिसर्च एंड ट्रेनिंग फैसिलिटी क्या होंगी, इसमें कैंपस डेवेलपमेंट के प्लान का जिक्र करना होगा और पढाए जाने वाले कोर्सेस में क्या खर्चा आएगा? इन सभी जानकारियों को डिटेल में लिखना होगा।

आगे की कार्रवाई करेगी सेंट्रल गवर्नमेंट

इंटरेस्टेड कैंडिडेट द्वारा जो प्रपोजल सेंट्रल गवर्नमेंट को भेजा जाएगा उसके बेसिस पर स्टेट कमिटी का गठन किया जाएगा और सेंट्रल गवर्नमेंट के रिप्रजेंटिव आपकी यूनिवर्सिटी का इंस्पेक्शन करेंगे। अगर कमेटी को कोई खामि लगती है तो उसे सही करने को कहा जाएगा। वहीं अगर कमेटी को सब कुछ ठीक लगता है तो आपको यूनिवर्सिटी खोलने के लिए ग्रीन सिग्नल दे दिया जाएगा और लेटर ऑफ इंटेंट जारी कर दिया जाएगा।

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