UNICEF: बच्चों की परवरिश के मामले में अव्वल हैं ये देश, जानें कौन सी चीज इन्हें औरों से करती है अलग

UNICEF

UNICEF: आज के समय में बच्चों की परवरिश एक बहुत बड़ा मुद्दा है। कई देशों में बच्चों की परवरिश के अलग और बेहतरीन तरीके होते हैं। ऐसे में UNICEF (United Nations International Children’s Emergency Fund) ने बच्चों की परवरिश के लिए दुनिया के बेहतरीन देशों की सूची बनाई है। वर्ल्ड ऑफ द चाइल्ड (World Of the Child) की रिपोर्ट के अनुसार बच्चों की परवरिश के लिए स्पेन, जापान, एस्टोनिया और फिनलैंड के नाम सबसे ऊपर हैं। वर्ल्ड ऑफ द चाइल्ड की रिपोर्ट में सबसे जरूरी पैमाना प्रदूषण और स्वास्थ्य है। इन देशों में बच्चे स्वस्थ रहते हैं क्योंकि यहां प्रदूषण का स्तर कम होता है। इसके अलावा इन सभी देशों में पैरेंटल लीव की भी सुविधा है। आज इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि इन देश की सरकारों और समाज ने ऐसा क्या किया जिसके कारण ये देश बच्चों की परवरिश के मामले में अव्वल हैं?

जापान में बच्चों से विनम्र होते हैं लोग

दुनिया में जापान एक ऐसा देश है जहां पर बच्चों में मोटापा और शिशु मृत्युदर सबसे कम है। इसके अलावा यहां पर अपराध और सड़क हादसे दुनिया में सबसे कम हैं। खबरों की मानें तो जापान में 6 साल का बच्चा भी बस व ट्रेन से अकेले स्कूल जाता है। बच्चों से विनम्र रहना जापानी समाज की संस्कृति है। इसलिए वहां लोगों को भरोसा होता है कि बच्चा सुरक्षित स्कूल से घर और घर से स्कूल या कहीं भी आ-जा सकता है।

ये भी पढ़ें: NEET PG 2023 Correction Window: नीट पीजी परीक्षा के लिए एप्लीकेशन करेक्शन विंडो ओपन, जानिए कैसे कर सकते हैं एडिट

हरियाली के मामले में एस्टोनिया है सबसे आगे

एस्टोनिया हरियाली के मामले में सबसे आगे है। यहां लोग ऑर्गेनिक चीजें उगाते हैं। यहां दुनिया में सबसे कम पेस्टिसाइड इस्तेमाल होते हैं। इस देश में खेल के मैदान, ग्रीन स्पेस आदि बहुत ज्यादा हैं। यहां रोबोटिक्स और स्मार्ट टेबलेट के साथ-साथ खेल के रूप में भी पढ़ाई कराई जाती है।

परिवार के साथ ज्यादा समय बिताते हैं स्पेन के बच्चे

स्पेन में बच्चे अपने माता-पिता के साथ ज्यादा समय बिताते हैं। माता-पिता उन्हें बाहर ले जाते हैं ताकि वे ज्यादा से ज्यादा लोगों से मिल सकें और दोस्ती कर सकें। इसके अलावा यहां सार्वजनिक स्थानों पर बच्चों को रोने, चीखने-चिल्लाने आदि के लिए रोकटोक भी नहीं की जाती।

बच्चों की तरक्की पर करते हैं बात

फिनलैंड में शिक्षक और माता-पिता बच्चों की तरक्की पर अकसर चर्चा करते हैं। वो बच्चों की तरक्की के प्रति काफी सचेत होते हैं। यहां माता-पिता बच्चों के साथ पार्कों और ग्रीन स्पेस में ज्यादा समय बिताते हैं।

नीदरलैंड में बच्चों को शिक्षित करने का तरीका है अलग

नीदरलैंड में बच्चों को लोगों से घुलने-मिलने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इसके साथ ही उन्हें सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी भेजा जाता है। यह उन्हें शिक्षित करने का एक अलग तरीका है। वे क्लब एक्टिविटीज, कम्यूनिटी एक्टिविटीज व ग्रुप एक्टिवीज के प्रति उनकी जिंदगी का हिस्सा होते हैं।

ये भी पढ़ें: College News: ‘वेलेंटाइन डे पर बिना ब्वॉयफ्रेंड छात्राओं को कॉलेज में नही मिलेगी एंट्री’, लेटर वायरल

एजुकेशन की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP EDUCATION’ को अभी subscribe करें

Exit mobile version