Dual Degrees Programme: छात्रों के लिए एक अच्छी खबर है। वो दिन दूर नहीं जब आप देश की विश्वविद्यालय में एक साथ दो डिग्री की पढ़ाई कर पाएंगे। जी हां आपने सही पढ़ा। इसकी तैयारी विश्वविद्यालय अनुदायन आयोग (UGC) ने शुरु कर दी है। जानकारी के लिए बता दें कि यूजीसी ने देश भर के केंद्रीय विश्वविद्यालयों, राज्य विश्वविद्यालयों और निजी विश्वविद्यालयों से कहा है कि वे स्टूडेंट्स को एक साथ दो एकेडेमिक कोर्सेस में दाखिले की प्रक्रिया को सहज बनाने की दिशा में तंत्र विकसित करें। गौर करने वाली बात यह है कि इससे पहले भी यूजीसी के द्वारा ऐसे आदेश दिए जा चुके हैं। ताजा ख़बर यह है कि आयोग ने मंगलवार, 10 जनवरी, 2023 को जारी निर्देश में सभी उच्च शिक्षा संस्थानों को इस दिशा में तेजी से काम करने को कहा है।
माइग्रेशन सर्टिफिकेट बने आफत
मालूम हो कि इससे पहले यूजीसी ने 13 अप्रैल 2022 को उच्च शिक्षा संस्थानों में छात्र-छात्राओं को एकसाथ दो शैक्षणिक पाठ्यक्रमों को करने को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए थे। इस कड़ी में आयोग ने 30 सितंबर 2022 को इन संस्थानों को लिखे एक पत्र के माध्यम से इस सम्बन्ध में सुझाव आमंत्रित किए थे। जिससे छात्रों को दो पाठ्यक्रम एक साथ करने में सुविधा हो। हालांकि, 10 जनवरी, 2023 को यूजीसी की आधिकारिक वेबसाइट ugc.ac.in पर जारी नवीनतम आदेश में कहा गया है कि दोहरी डिग्री कार्यक्रमों में प्रवेश लेने के समय छात्रों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। आयोग के संज्ञान में आया है कि उच्च शिक्षा संस्थान छात्रों को दोहरी डिग्री कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए माइग्रेशन सर्टिफिकेट और स्कूल छोड़ने के प्रमाण-पत्र पर ध्यान दे रहा है।
विश्वविद्यालय अनुदायन आयोग का निर्देश
वहीं, विश्वविद्यालय अनुदायन आयोग द्वारा जारी निर्देशों में कहा गया है कि इन प्रमाणपत्रों के अभाव में, यदि छात्रों को प्रवेश नहीं दिया जाता है तो यह एक साथ दो शैक्षणिक कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने की सुविधा में अनावश्यक अवरोध साबित होंगे। अब देखने वाली बात हो कि यूजीसी का प्रयास कब तक अस्तित्व में आता है। छात्रों को सलाह दी जाती है कि विस्तृत जानकारी के लिए यूजीसी की आधिकारिक वेबसाइट पर नजर बनाए रखें।
एजुकेशन की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP EDUCATION’ को अभी subscribe करें।