School News: यूपी के वर्षों पुराने जर्जर हो चुके सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के जीर्णोद्धार तथा मूलभूत सुविधाओं के लिए धन जारी करेगी। योगी सरकार के वित्त विभाग ने ऐसे सरकारी स्कूलों जो देखरेख के अभाव में जर्जर हालत में पहुंच गए हैं। इन स्कूलों को धन मुहैया कराने के वित्तीय प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। कुछ स्कूल भवनों की हालत इतनी खराब है, कि उनका सुचारू तरीके से संचालन करना संभव नहीं हैं। इन स्कूलों की दशा सुधारने के लिए ही सरकार ने आरंभिक रूप से 50 करोड़ रुपए जारी कर दिए हैं। बता दें पूर्व में इसी तरह के एक प्रस्ताव को शिक्षा विभाग ने सरकार को भेजा था। लेकिन तब वित्त विभाग ने आपत्तियों को लगाकर वापस कर दिया था।
कैसी है फिलहाल स्कूलों की हालत
माध्यमिक शिक्षा विभाग की एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में करीब 4586 सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय हैं, उनमें से 1329 स्कूलों की हालत बेहद जर्जर हो चुकी है। जिनमें शैक्षणिक कार्य जारी रखना, बच्चों की सुरक्षा और संचालन संभव ही नहीं है। विद्यालयों की हालत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि क्लासरूम की छतें बरसात से टपकती हैं, क्लास रूम में सीधे धूप,पानी आते हैं। बता दें 1990 से लेकर 2000 तक के बने दर्जनों सरकारी स्कूलों में कक्षाओं का संचालन करना शिक्षा विभाग के लिए एक चुनौती बन गया है। ऐसे स्कूलों में मरम्मत कार्य करने के लिए विभागीय प्रस्ताव को आखिरकार योगी सरकार ने मंजूरी प्रदान कर दी है।
क्या क्या होगी मरम्मत
विभागीय प्रस्ताव को धन मुहैया कराने की मंजूरी के बाद ऐसे जर्जर विद्यालयों की दशा सुधारने के लिए पूर्व सीएम और शिक्षामंत्री दिनेश शर्मा के नेतृत्व में एक योजना तैयार की गई है। जिसके तहत छत-छप्पर आदि को ठीक कराया जाएगा, टूटे-फूटे पड़े फर्नीचरों की हालत दुरुस्त की जाएगी। स्कूल भवनों की रंगाई-पुताई कर विद्यालयों की रंगत लौटाई जाएगी। इन सारे कार्यों को राजकीय एवं सहायता प्राप्त विद्यालयों को सरकार की प्रोजेक्ट अलंकार योजना के तहत कराया जाएगा।
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