National Overseas Scholarship: विदेश में पढ़ने का सपना होगा पूरा… बाद में न पछताना पड़े इसलिए जल्दी करें अप्लाई

National Overseas Scholarship

National Overseas Scholarship

National Overseas Scholarship: विदेश में रहने की ख्वाहिश बहुत से लोगों की होती है। लेकिन, बाहर रहेने का खर्चा जानकर सारी ख्वाहिशें मर जाती हैं। लेकिन अगर हम आपको बताएं कि आपका ये सपना पूरा हो सकता है! जी हां आपका ये सपना भारत सरकार पूरा करेगी। सरकार की कई ऐसी योजनाएं हैं जिसके जरिए आप विदेशों में रह सकते हैं और आपका खर्ची भी सरकार उठाती है। दरअसल, स्कॉलरशिप के जरिए आप विदेश जाकर पढ़ाई कर सकते हैं और आपका खर्च भी सरकार उठाएगी। ऐसे तो भारतीय स्टूडेंट्स को पढ़ने का मौका देने वाली कई स्कॉलरशिप हैं, उन्हीं में से एक National Overseas Scholarship भी है। इस स्कॉलरशिप के जरिए आपका विदेश में रहने का सपना पूरा हो सकता है।

मौका न गवाएं, जल्द करें आवेदन

साल 2023 के लिए नेशनल ओवरसीज स्कॉलरशिप स्कीम के रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए हैं। नेशनल ओवरसीज स्कॉलरशिप (NOS) स्कीम सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की तरफ से दी जाती है. इसके लिए nosmsje.gov.in के जरिए अप्लाई कर सकते हैं। इस स्कॉलरशिप स्कीम के लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस की लास्ट डेट 31 मार्च 2023 है।

ऐसे करें रजिस्ट्रेशन

राष्ट्रीय विदेशी छात्रवृत्ति पाने के लिए सबसे पहले आपको रजिस्ट्रेशन करनी होगी। रजिस्ट्रेशन करने के लिए छात्रवृत्ति की वेबसाइट nosmsje.gov.in पर जाएं। वेबसाइट पर जाकर आप रजिस्टर ऑप्शन पर क्लिक करें। इसके बाद नाम, मोबाइल नंबर, डेट ऑफ बर्थ व अन्य डिटेल भरें। फिर कैप्चा भरने के बाद आगे बढ़ें। आपका फॉर्म सब्मिट हो जाएगा। ये पूरा प्रोसेस होने के बाद भरे हुए एप्लिकेशन फॉर्म को डाउनलोड और प्रिंट भी कर लें जो आपके काम आ सकता है।

इन देशों में कर सकते हैं पढ़ाई

सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के छात्र इस योजना से लाभान्वित हो सकते हैं और विदेश में मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर सकते हैं। कुल राष्ट्रीय विदेशी छात्रवृत्ति का 30 प्रतिशत हिस्सा महिला छात्रों के लिए है। नेशनल ओवरसीज स्कॉलरशिप यूएस, ऑस्ट्रेलिया यूके, जर्मनी, कनाडा आदी में मास्टर्स और पीएचडी की स्टडी के लिए है। आवेदकों आवेदन प्रक्रिया शुरू करने से पहले अच्छी तरह इसकी जांच कर लें।

किसे मिलेगी स्कॉलरशिप ?

ये स्कॉलरशिप अनुसूचित जाति, डिनोटिफाइड जनजातियां, पारंपरिक कलाकार और भूमिहीन कृषि मजदूर कैटेगिरी के स्टूडेंट्स को दी जाती है। स्कॉलरशिप के लिए क्वालिफाइंग एग्जाम में आपको 60 फीसदी नंबर लाने होंगे। इसके लिए आपकी उम्र 35 साल से कम नहीं होनी चाहिए। वहीं, परिवारिक आय 8 लाख रुपये से कम होना भी जरूरी है।

कितने छात्रों को दी जाएगी स्कॉलरशिप?

अब सवाल ये उठाता है कि कितने छात्रों को ये स्कॉलरशिप दी जाएगी। आपको बता दें कि इस स्कीम के तहत अनुसूचित जाति और डिनोटिफाइड वर्ग के छात्रों के लिए 115,
घुम्मकड़ जनजातियों के लिए 6 और भूमिहीन कृषि मजदूर और पारंपरिक कलाकारों के लिए 4 सीटें रखी गई हैं। स्कॉलरशिप पाने वालों को भारत सरकार हर साल 15,400 अमेरिकी डॉलर देती है।

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