Tamil Nadu Police: तिहाड़ जेल इन दिनों काफी सुर्खियों में है। इसकी प्रमुख वजह है जेल के अंदर होने वाला क्राइम। इस जेल को भारत का सबसे बड़ा और सुरक्षित जेल माना जाता है। इस जेल के बारे में बताया जाता है कि यहां पहरा काफी गहरा है लेकिन टिल्लू ताजपुरिया के मर्डर के बाद यहां की कई सच्चाई सामने आ गई है। यहां की सुरक्षा पर कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं। टिल्लू की हत्या के बाद कई सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए हैं।
इस फुटेज में यह दिखाई दे रहा है कि कैसे एक कैदी पुलिस वालों के सामने टिल्लू को मार रहा है। ऐसे में इस हत्या के बाद यहां से तमिलनाडु पुलिस में तैनात 7 जवानों को वापस भेज दिया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह वही जवान है जो हत्या के समय उस जगह मौजूद थे। ऐसे में लोग यह जानना चाह रहे हैं की आखिर दिल्ली के तिहाड़ जेल में तमिलनाडु पुलिस के लोगों की भर्ती क्यों की जाती है।
इसलिए रखें जाते हैं तमिलनाडु पुलिस के जवान
अगर हम तमिलनाडु पुलिस के जवानों की बात करें तो उनकी भाषा और दिल्ली में मौजूद कैदियों की भाषा में बहुत फर्क होता है। तमिलनाडु पुलिस के लोग ज्यादातर तमिल भाषा का प्रयोग करते हैं वहीं कैदी हिंदी भाषा का प्रयोग करते हैं। ऐसे में जब दोनों ही लोग एक दूसरे की भाषा नहीं समझ पाएंगे तो क्राइम कम होगा।
इसे भी पढ़ेंःUPSC CSE Prelims Admit Card 2023: सिविल सेवा प्री एग्जाम के एडमिट कार्ड जारी, 28 मई को परीक्षा का आयोजन
इतने जवान है तैनात
अगर वर्तमान समय में देखें तो तमिलनाडु पुलिस के 1000 से भी ज्यादा जवान यहां मौजूद हैं। इनका काम है कि तिहाड़ जेल में जितने भी कैदी आएं उनकी अच्छे से तलाशी लेना है। ऐसे में कैदी जेल के अंदर ड्रग्स या मोबाइल लेकर अंदर नहीं आ सकते हैं।
इसे भी पढ़ेंः TOP Mechanical Institutes of India:12वीं बाद मेकेनिकल इंजीनियरिंग में चाहते हैं अपना कैरियर,देखें टॉप संस्थानों की सूची
एजुकेशन की तमाम खबरों के लिए हमारे YouTube Channel ‘DNP EDUCATION’ को अभी subscribe करें।