Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने की तैयारी कर रहा है। हर स्कूल की शिक्षा व्यवस्था तभी बेहतर होगी जब शिक्षक अपना काम समय से और अच्छे तरीके से करेंगे। अब जम्मू कश्मीर में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की कोशिश की जा रही है। दरअसल जम्मू-कश्मीर में दो ऐस लॉन्च किए गए हैं। इससे जम्मू कश्मीर में शिक्षकों की उपस्थिति जीपीएस आधारित होगी। इसके अलावा अब ऐप के जरिए बच्चे शिक्षकों के प्रदर्शन के बारे में फीडबैक भी दे सकेंगे। ऐप के आ जाने से उपस्थिति प्रबंधन में सुधार आएगा। इस बात की जानकारी खुद स्कूल शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव डॉ. अरुण कुमार मेहता ने दी है। उन्होंने दो एप्लिकेशन लॉन्च करते हुए विद्यालय सुरक्षा नियमावली का विमोचन भी किया।
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लॉन्च किए दो एप्लिकेशन
स्कूल शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव डॉ. अरुण कुमार मेहता ने दो एप्लिकेशन लॉन्च की हैं। पहला जेके अटेंडेंस एप और दूसरा समीक्षा पोर्टल है। लॉन्चिंग के समय उन्होंने कहा कि दोनों एप शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाने वाले शक्तिशाली टूल साबित होंगे। इस दौरान उन्होंने संपूर्ण विद्यालय सुरक्षा नियमावली का भी विमोचन किया।
अटेंडेंस और फीडबैक के लिए होंगे उपयोग
स्कूल शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की जीपीएस आधारित उपस्थिति के लिए जेके अटेंडेंस एप लॉन्च किया है और बच्चों द्वारा शिक्षक के फीडबैक के लिए समीक्षा पोर्टल लॉन्च किया गया है। इस जेके अटेंडेंस ऐप में सिर्फ अध्यापकों ही नहीं बल्कि निदेशकों और सीईओ की भी उपस्थिति की जानकारी जीपीएस पर आधारित होगी। यह ऐप जिओ कोओर्डिनेट्स के साथ ही लाइव लोकेशन भी बताएगा। इस ऐप के आ जाने से कागजी कार्रवाई कम होगी। इससे समय की बचत तो होगी ही साथ ही संसाधनों की भी बचत होगी। उपस्थिति प्रबंधन में सुधार आने के साथ ही कर्मचारी छुट्टी के लिए भी ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।
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