Interesting Facts: Mountain और Hills दो अलग-अलग शब्द हैं! नहीं जानते हैं तो यहां जानिए

Interesting Facts: भारत एक विविधिताओं से भरा देश है। जहां भारतीय संस्कृति के साथ भौगौलिक विविधितओं से भी भरापूरा है। जिसके पास जहां एक ओर हजारों किमी लंबा समुद्री तट है तो दूसरी ओर हजारों किमीं लंबा हिमालय के ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों की श्रंखलाएं हैं। थार का रेगिस्तान है तो खून जमा देने वाला सियाचिन ग्लेशियर भी है। इसलिए विभिन्न संस्कृतियों और पारिस्थितिकी तंत्र में रहने वाले लोग मौका मिलते ही विपरीत पारिस्थितियों की तरफ पर्यटन के लिए आकर्षित होते हैं। भारत में अगर घूमने के लिए फेवरेट डेस्टिनेशन की बात करें तो मैदानी तथा समुद्री इलाकों में रहने वाले अधिकतर लोग पहाड़ी क्षेत्रों में जाना पसंद करते हैं। इसी कारण उत्तराखंड,हिमाचल, कश्मीर के बाद लोग अब उत्तर-पूर्व के सिक्किम,अरुणाचल की तरफ भी जाने लगे हैं। पहाड़ों की खूबसूरती और प्राकृतिक सौंदर्य लोगों को खूब लुभाता है। तब मन में सवाल उठते हैं कि आखिर हम जिन इलाकों में जा रहे हैं वो माउंटेन एरिया हैं या फिर हिल एरिया हैं। तो आइये जानते हैं माउंटेन और हिल में बुनियादी अंतर क्या है ?

जानें कैसे होते हैं पहाड़

आमतौर पर देखा जाए तो एक पहाड़ का मतलब ऊंची चोटियों से है। लेकिन एक पहाड़ होने के क्या मापदंड हैं ये हमको नहीं पता होते हैं। तो आपको बता दें भूवैज्ञानिकों के मुताबिक पहाड़ प्राकृतिक रूप से तैयार होते हैं जो ऊंची-ऊंची पर्वत चोटियों के रूप में होते हैं। जिन चोटियों की ऊंचाई 2000 मीटर से अधिक मानी जाती है, उन्हें पहाड़ माना जाता है।

इसे भी पढ़ेंः RBSE Result 2023: आज जारी हो सकते हैं 8वीं कक्षा के नतीजे, इस तरह देख सकते हैं अपना रिजल्ट

कैसे बनते हैं पहाड़

धरती की जब दो टेक्टोनिक प्लेट्स एक दूसरे की तरफ मूव करती हैं तो भारी दवाब के कारण जब एक प्लेट दूसरी प्लेट के नीचे घुस जाती है तो ऊपर वाली टेक्टोनिक प्लेट को ऊपर उठा देती है और धीरे धीरे 5-10 इंच हर साल ऊपर उठाती रहती है। इस प्रोसेस में हजारों साल लग जाते हैं और निरंतर चलती रहती है। चूंकि धरती के अंदर भूगर्भीय हलचल के दौरान गर्म लावा, धातुओं को पिघलाता रहता है। गैसौं के विस्फोट से चट्टानें खिसकती रहती हैं। इनके भारी दबाव के कारण धरती से बाहर निकलता रहता है। चूंकि पहाड़ की चढ़ाई खड़ी होती है। इन पर चढ़ना मुश्किलों भरा रहता है।

क्या होती है हिल

पहाड़ों की तुलना में हिल्स या पहाड़ियां कम ऊंचाई की होती हैं। 2 हजार मीटर से कम ऊंचाई की ऐसी चोटियों को हिल्स कहा जाता है। जिस पर लोग आसानी से ऊपर जा सकते हैं। इनकी चढ़ाई खड़ी नहीं होती। आमतौर पर भारत के मैदानी राज्यों में हिल्स ही हैं। जिन पर मानव बसावट है। हमारे देश का राष्ट्रपति भवन भवन भी अरावली हिल्स श्रंखला की एक रायसीना हिल्स पर निर्मित है।

इसे भी पढ़ेंः TOP Mechanical Institutes of India:12वीं बाद मेकेनिकल इंजीनियरिंग में चाहते हैं अपना कैरियर,देखें टॉप संस्थानों की सूची

एजुकेशन की तमाम खबरों के लिए हमारे  YouTube Channel ‘DNP EDUCATION’ को अभी subscribe करें

Exit mobile version