Indian Railways: भारत में यात्रा के लिए सबसे बढ़िया साधन रेलवे ही है। इसका नेटवर्क अच्छा है और इसका किराया भी कम है। यही वजह है कि हर दिन भारतीय रेलवे में 2 करोड़ के आसपास लोग सफर करते हैं। आंकड़ों के मुताबिक, हर दिन लगभग 13000 ट्रेनों का संचालन किया जाता है।
क्या आप इस बारे में जानते हैं
आपने सफर के दौरान कई बार ट्रेन की कुछ रोचक जानकारी को नोटिस किया होगा। इसके अलावा आपने शायद सुना होगा या फिर पढ़ा होगा कि ट्रेन की अधिकतम स्पीड क्या होती है, भारत में कौन सी ट्रेन सबसे स्लो चलती है। मगर क्या आप जानते हैं कि ट्रेन के डिब्बों पर भी कुछ नंबर लिखे होते हैं, जो काफी खास जानकारी देते हैं। अगर आप इस बारे में अभी तक नहीं जानते हैं तो जानिए क्या है पूरी खबर।
डिब्बे पर लिखे 5 नंबर की जानकारी
अक्सर ट्रेन के कोच या डिब्बे पर 5 नंबर लिखे होते हैं, जो ट्रेन के बारे में काफी कुछ बताते हैं। कोच पर लिखे पहले दो नंबर बताते हैं कि उस कोच का निर्माण किस साल में हुआ। वहीं, आगे के 3 नंबर उस कोच की श्रेणी के बारे में जानकारी देते हैं। मान लीजिए कि किसी कोच पर 97338 नंबर लिखा हुआ है तो इसका मतलब है कि उस डिब्बे को साल 1997 में बनाया गया था। साथ ही वह डिब्बा स्लीपर श्रेणी का है।
इस तरह से नंबरों से पता करें कोच की जानकारी
- 001-025-एसी फर्स्ट क्लास
- 026-050-कंपोजिट1 एसी + एसी 2T
- 051-100- एसी2T
- 101-150-एसी3T
- 151-200-चेयरकार
- 201-400-स्लीपर
- 401-600-जनरल डिब्बा
- 601-700- सेकंड क्लास सिटिंग
- 701-800-सिटिंग व लगेज
- 801 और उससे ऊपर- पैंट्रीकार और जनरेटर
इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको समझ आ गया होगा कि आखिर डिब्बे पर 5 नंबरों का क्या काम होता है तो जब भी अगली बार ट्रेन में सफर करें तो इन नंबरों पर जरूर ध्यान दें।
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