जब भी लोग गुस्से या प्रेशर में होते हैं तो अक्सर उनका काम बिगड़ जाता है। 10 लाख लोगों पर किए गए एक शोध के अनुसार 90 फीसदी लोग प्रेशर के दौरान अपने इमोशंस को मैनेज करना जानते हैंं। जिसके चलते उनकी परफॉर्मेंस बाकियों के मुकाबले बेहतर होती है। गुस्सा आने की स्थिति में अगर आप भी अपने इमोशंस पर काबू पाना सीख लेते हैं इससे आपकी परफॉर्मेंस में सुधार भी होगा और आपका काम भी बेहतर ढंग से होगा।
यूं तो प्रेशर हैंडल करना इतना आसान नहीं होता। ऐसे समय में खुद को शांत रखना एक बड़ी कला है। लेकिन अगर आप कुछ बातों का ध्यान रखें तो आप ऐसी स्थिति में से बच सकते हैं और अपने काम को बेहतर ढंग से आगे बढ़ा सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसे किन तरीकों के बारे में जिन्हें अपनाकर आप प्रेशर के दौरान भी खुद को शांत रख सकते हैं।
जो है, उसकी कद्र करें
अगर आप खुद को शांत रखना सीखना चाहते, तो जिंदगी में आपके पास जो भी है उसकी हमेशा कर्द करें। जो है, उसके लिए शुक्रगुजार रहे। आपके पास जो नहीं है, उसके पीछे न भागें। क्योंकि अक्सर लोग उन्ही चीजों के पिछे भागते हैं जो उनके पास नहीं होती। आपके पास जो है उससे ही बेहतर करने का प्रयास करें। अगर आप इस कला को सीख लेंगे तो आपका मूड भी अच्छा होगा और आपकी परफॉर्मेंस भी बढ़ेगी।
डर को दिल से निकालें
लोगों के मन में हमेशा किसी न किसी चीज का डर रहता है, जो कई बार उनके काम को खराब कर देता है। किसी भी काम को शुरू करने से पहले यह पूछना या सोचना कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो क्या होगा या ऐसा हो गया तो क्या होगा, डर को बढ़ावा देता है। अगर आप भी ऐसा करते हैं तो इसे आज ही छोड़ दें। ये आपकी परफॉर्मेंस पर असर डालता है। अगर आप ज्यादातर समय चिंता में रहते हैं, तो काम में आपका मन भी नहीं लगेगा और आप गलतियां भी करेंगे।
कम करें कैफीन का सेवन
कैफीन का सेवन करना भी आपके हॉर्मोन्स को बढ़ाता है। जिससे आप ज्यादा चिंतित महसूस करते हैं। ऐसे में स्ट्रेस लेवल कम करने के लिए आपको कैफीन इनटेक भी कम करना होगा। काम करते समय चाय या कॉपी की मात्रा कम करें। इन चीजों में कैफीन होता है जो आपके शरीर में एड्रीनेलीन बढ़ाता है और मुश्किल समय से जूझने में आपकी मदद करता है।
ब्रेक लेना भी जरूरी
काम के दौरान बीच-बीच में ब्रेक लेना बहुत जरूरी होता है। ब्रेक लेने से आप खुद को स्ट्रेस से काफी हद तक बचाते हैं। इसके अलावा अपने फोन को कुछ देर के लिए बंद रखने या खुद से दूर रखने पर भी अपना स्ट्रेस कम होता है। इसलिए काम के दौरान ब्रेक लेते रहे, जिससे आप स्ट्रेस की स्थिति से बच सकते हैं।
हमेशा याद रखें Be Positive का नारा
सकारात्मक विचार भी स्ट्रेस को कम करने में आपकी मदद करते हैं और दिमाग का ध्यान ऐसी चीजों पर लगाते हैं, जिससे आप चिंता मुक्त हो सकते हैं। मुश्किल समय में सकारात्मक चीजों और अच्छे पलों के बारे में सोचकर शांत रहें। इसलिए अक्सर कहा जाता है मुश्किल समय में Be Positive रहें।
अगर समझ न आए तो दूसरों से मांगे मदद
कई बार लोग अकेले पन के चलते भी स्ट्रेस में रहते हैं। अगर आपको काम के दौरान कुछ समय नहीं आ रहा है या जिंदगी में कुछ परेशानियों से झूझ रहे हैं तो आप दूसरों की मदद ले सकते हैं। स्ट्रेस होने पर दूसरों से बात जरूर करें। ये आपके स्ट्रेस को कम करता है और आपके रिश्तों में भी मजबूत होते हैं। इस दुनिया में अकेले जंग किसी न नहीं जीती। आपको दूसरों के स्पोर्ट का आवश्यकता पड़ती ही है।
हो सकता है कि आप अकेले काम करके सब पर अपना प्रभाव जमाना चाहते हों, लेकिन यकीन मानिए कि ऐसा करना पूरी तरह से बेअसर होता है। शांत और प्रोडक्टिव रहने के लिए आपको अपनी कमजोरियों का पता होना और जरूरत पड़ने पर दूसरों से मदद मांगना जरूरी है। कभी-कभी अपनी चिंताओं के बारे में किसी से बात करना भी आपके स्ट्रेस को कम कर सकता है। दूसरों से मदद मांगने से स्ट्रेस कम होगा और रिश्तों में भी मजबूती आएगी।
अगर आप स्ट्रेस की स्थिति से निपटना सीख जाते हैं, तो इससे आपकी परफॉर्मेंस में काफी सुधार दिखाई देगा। आप अच्छे से काम भी करेंगे और उसे बेहतर ढंग से पूरी भी करेंगे।