Himachal Pradesh School: सरकारी स्कूलों में ज्यादातर हिन्दी भाषा में ही प्रार्थना सभा होती है।कहीं कहीं ये प्रार्थनाएं अंग्रेजी में भी होती हैं। लेकिन हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के ददाहू के एक स्कूल ने पहाड़ी भाषा में प्रेयर की पहल की है। जिसके बाद से पूरे प्रदेश में लोग प्रशंसा कर रहे हैं। इस स्कूल ने एक अन्य स्कूलों के लिए एक मिसाल कायम की है।
कायम की नई मिसाल
राजकीय कन्या उच्च पाठशाला ने स्थानीय भाषा में प्रार्थना सभा का आयोजन करके एक नई मिसाल कायम की है। विगत बुधवार (21 जून 2023)को पहाड़ी भाषा में हुई थी प्रेयर।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार स्कूल में प्रार्थना सभा की तैयारी पिछले एक महीने से की जा रही थी। प्रार्थना में हिमाचल का प्रतिष्ठित लोकगीत रामो रा नाव को भजन की तरह गाया गया। इसके साथ ही सभा में नारे और आज का विचार भी पहाड़ी भाषा में ही करवाई गई। इस पहल से लोगों से स्कूल की काफी प्रशंसा की है।
4 भाषाओं में होगी प्रेयर
चार भाषाओं में आयोजित की जाएगी प्रेयर असेंबली। जिनमें पहाड़ी भाषा के साथ- साथ हिन्दी, संस्कृत और अंग्रेजी भाषा शामिल हैं। बता दें राष्ट्रीय गीत और राष्ट्रीय गान में किसी तहर का बदलाव नहीं किया गया है।इस प्रार्थना सभा का नेतृत्व स्लूक के टीचर अनंत आलोक और निशा ठाकुर ने किया है। बता दें इस सभा का संचालन 9th क्लास की एक छात्रा ने की है।
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