General Knowledge: हमारी आंख का फड़कना अक्सर अंधविश्वास से जोड़ा जाता है । बायीं आंख फड़क रही है तो ऐसा होगा या दांयी फड़क रही है तो वैसा होगा। ज्यादातर लोगों में इसे लेकर शुभ- अशुभ की धारणा बनी रहती है। कुछ लोग मानते हैं कि ये आंख फड़कना किसी विशेष संकेतों या धार्मिक मान्यताओं से जुड़ा है। लेकिन सवाल उठता है कि वास्तव में ऐसा होता है या ये कुछ और है!
जानें क्यों फड़कती है आंखें
आंखें कभी कभी बिना कारण भी फड़कती हैं तो कई बार इसके बड़े कारण होते हैं। अनियोजित जीवनशैली, दिनचर्या जैसे- नींद पूरी न होना,शारीरिक दबाव, मानसिक तनाव, आंखों पर बेवजह दबाब, खुजली होना, दवा का साइड इफेक्ट, धूम्रपान, एल्कोहल का अत्यधिक सेवन, आंखों का सूख जाना।
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क्या पड़ सकता है असर
अधिक आंख फड़कने के कारण आपकी नजर कमजोर हो सकती है। दिखाई देने में परेशानी शुरू हो सकती है।
आंखों का कैसे करें उपचार
यूँ तो अक्सर कुछ समय मे स्वतः आंख फड़कना बंद हो जाती है। लेकिन यदि फिर भी ठीक नहीं हो रही तो अपनी दिनचर्या में थोड़ा बदलाव करना पड़ेगा। सलन भरपूर नींद लेना शुरू करें, तनावमुक्त रहने के साधन अपनाएं, सिगरेट, तंबाकू का सेवन कम कर दें।
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