GCWP: कुछ समय पहले गुजरात के चुनाव में भारतीय नोटों पर लक्ष्मी देवी की फोटो की मांग राजनेतिक तौर पर एक पार्टी ने की थी। उस पार्टी की इस मांग पर कोई काम तो नहीं हुआ लेकिन इस पर डिबेट बहुत दिनों तक चली था। अब भी इस बात पर तर्क वितर्क सोशल मीडिया पर लोगो देने लगते हैं। इन तर्कों में सबसे ज्यादा जो फोटो इस्तेमाल होता है। वह फोटो ग्लोबल कंट्री ऑफ वर्ल्ड पीस का है। उस कंट्री के फोटो पर भगवान श्रीराम की एक फोटो मिलती है। यह कंट्री कहां पर है। इसमें कौन लोग रहते हैं और कितने लोग रहते हैं। आईये जानते हैं।
ग्लोबल कंट्री ऑफ वर्ल्ड पीस क्या है
एक वेबसाइट की माने तो ग्लोबल कंट्री ऑफ वर्ल्ड पीस एक एजुकेशनल ऑर्गनाइजेशंस का हेड कवार्टर है जिसे आध्यात्मिक गुरू महर्षि महेश योगी ने साल 2000 में बनाया था। यह जगह युएसए के लोआ के पास स्थित है। इस जगह और इस संस्था को फिलहाल टोनी नाडर लीड कर रहे हैं। यहां लोग साइंस एण्ड रिसर्च से जुडे काम करते हैं।
यह नोट कब छपी थी
इस संस्था ग्लोबल कंट्री ऑफ वर्लड पीस ने साल 2001 में अपनी खुद की करेंसी को जारी किया था इसका नाम जिन्होंने राम रखा था। इस करेंसी पर भगवान राम की तस्वीर बनी हुई थी। हालांकि इस कंरेंसी को वर्ल्ड बैंक से मान्यता नहीं मिली थी। बीबीसी ने इस पर एक रिपोर्ट भी की थी। उस रिपोर्ट में बीबीसी ने कहा था कि ग्लोबल कंट्री ऑफ वर्लड पीस के नोट किसी भी तरह से डच लॉ और वहां के सेंट्र्ल बैंक के रूल का वायलेट नहीं करते हैं। भगवान राम की तस्वीर वाले ये नोट करीब तीस गांवों में और 100 दुकानों पर एक्सेंप्ट किए जाते हैं। इस नोट को लेकर सोशल मीडिया पर कई सारी वीडियों वायरल भी रही थीं।
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