Gareeb Rath Train: भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए अकसर कुछ नई ट्रेनों का संचालन करती है। इसके अलावा अकसर कुछ बदलाव भी करती रहती है। इन सब सुविधाओं के तहत यात्रियों को लाभ पहुंचाने के लिए काम किया जाता है। साल 2006 में भी यात्रियों की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए रेलवे ने गरीब रथ ट्रेन की शुरुआत की थी। इस ट्रेन की शुरुआत तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने की थी। इस ट्रेन को शुरू करने का उद्देश्य आम लोगों को कम किराए में 3rd एसी कोच में सफर कराना था। यहां हम आपको गरीब रथ ट्रेन की सुविधाओं और खासियत के बारे में बताने जा रहे हैं, तो चलिए शुरू करते हैं।
140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ती है ये ट्रेन
गरीब रथ ट्रेन कुछ चुनिंदा स्टॉप पर ही रुकती है। इन ट्रेनों की औसत गति लगभग 81 किलोमीटर प्रति घंटा होती है और इसकी अधिकतम गति 140 किलोमीटर प्रति घंटा है। वर्तमान समय में गरीब रथ ट्रेन में कुल 12 बोगियां हैं लेकिन कुछ ट्रेनों को मेल ट्रेनों में बदलने की योजना अगर बन जाती है तो इसमें 16 बोगियां की जा सकती हैं। वर्तमान समय में सभी बोगियों में 3rd एसी की सुविधा है लेकिन अगर यह योजना बनती है तो इसमें थर्ड एसी के साथ ही सेकेंड एसी, स्लीपर और जनरल कोच भी शामिल किए जा सकते हैं।
किराया है कम
इस गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन सहरसा, बिहार से अमृतसर और पंजाब के बीच शुरू हुआ था। इसके बाद गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत कई और रूटों पर भी की गई। इसमें दिए गए सभी कोच 3rd AC होते हैं और इनका किराया अन्य ट्रेनों के 3rd AC की तुलना में कम होता है। इस ट्रेन के एक कोच में 78 से 81 बर्छ होते हैं। इस ट्रेन में न ही खाना होता है और न ही बिस्तर। अगर यात्रियों को खाना और बेड रोल चाहिए तो उसके लिए अलग से पेमेंट करना होती है। बेड रोल के लिए 25 रुपए एक्स्ट्रा देने होते हैं जिसमें यात्रियों को एक तकिया, कंबल और दो चादर मिलती हैं।
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