FMGE: राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग एनएमसी विदेश से स्नातक चिकित्सा एफएमजीई पास कर चुके छात्रों के लिए इंटर्निशिप की सीटें बढ़ाने जा रहा है। यह जानकारी चिकित्सा आयोग के अधिकारियों ने गुरूवार को डॉक्टरों के एक प्रतिनिधि मंडल को बताया। फेडेरेशन ऑफ रेजीडेंट एसोसिएशन (फोरड़ा) के प्रतिनिधियों ने प्रतिनिधियों को भरोसा दिया है कि वो इंटर्निशप को लेकर पुराने नियम बहाल करेंगें। इसी सप्ताह अधिसूचना भी जारी की जा सकती है।
किसको होगा फायदा
अब अधिसूचना के तहत पहले की ही तरह मेडिकल छात्र डीएनबी की डिग्री देने वाले अस्पतालों में भी इंटर्नशिप कर सकते हैं। पहले की ही तरह अधिकतर छात्रों को इंटर्नशिप का मौका मिल जायेगा। इस पहले साल 2022 में एनएमसी के नियमों से नुकसान भी हुआ है। एनएमसी ने एक अधिसूचना जारी की थी कि विदेशों से पढ़कर आये छात्र केवल मेडिकल स्नातक कालेजों में ही इंटर्नशिप कर सकते हैं। ऐसा करने से विदेशी छात्रों के लिए इंटर्नशिप की सीटें बहुत कम हो गई थीं। इतना ही नहीं मौलाना अब्दुल कलाम आजाद, लेडी हार्डिंग और एम्स जैसे कॉलेजों ने भी किसी ना किसी कारण से इंटर्नशिप कराने से मना क र दिया था।
सिर्फ पांच एफएमजीई छात्रों को मिली इंटर्नशिप
एफएमजीई परीक्षा पास करने वाले सिर्फ पांच छात्रों को ही इंटर्नशिप मिल सकी है। छात्रों का कहना है कि दिल्ली मेडिकल काउंसिल ने पिछले दिनों इंटर्नशिप के लिए 42 सीटें आरक्षित की थीं। इनमें से केवल पांच सीटों पर छात्रों को इंटर्नशिप का मौका मिला। इसके अलावा मेडिकल कालेजों ने इंटर्नशिप देने से मना कर दिया था। उसके बाद 232 छात्र कहीं इंटर्नशिप नहीं कर पाये थे। इसके दिल्ली मेडिकल काउंसिल ने एक बार फिर से चिकित्सा आयोग को पत्र लिखा है।
विदेश से एमबीबीएस करके लौटे 9 हजार छात्रों ने यहां डॉक्टर की परीक्षा एफएमजीई पास की है। इसमे से 2500 लोगों ने दिल्ली में इंटर्नशिप के लिए आवेदन किया था। जबकि इनके लिए सिर्फ 42 सीटें हैं जबकि नियम ये है कि विदेश से एमबीबीएस करके लोटे छात्र बिना इंटर्नशिप किए खुद को डॉक्टर नहीं कह सकते हैं ना ही प्रेक्टिस कर सकते हैं।
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