IIMT University: आईआईएमटी विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग और योग एवमं प्राकृतिक चिकित्सा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में मंगलवार को पांच दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। ‘योग के माध्यम से पुर्नजागरण’ विषय पर आधारित कार्यशाला का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया।
योग की महत्ता और कार्यशाला के उद्देश्य की दी जानकारी
आईआईएमटी विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ. एसडी शर्मा ने कनखल हरिद्वार से आये स्वामी रजनीश जी का स्वागत किया। मंच संचालन कर रहे डॉ. कन्हैया कुमार सिंह ने योग की महत्ता और कार्यशाला के उद्देश्य की जानकारी दी। आरोग्य योग मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष व संस्थापक स्वामी रजनीश ने कार्यशाला में उपस्थित विद्यार्थियों को छात्र जीवन में योग का महत्व बताया। स्वामी जी ने कहा कि शिक्षा ग्रहण करने के दौरान सफलता प्राप्त करने के लिये एकाग्रता आवश्यक है। नियमित योग करने से मन एकाग्र होता है। स्वामी रजनीश जी ने अष्टांग योग, ध्यान, तनाव प्रबंधन करने के तरीके विद्यार्थियों को बताएं।
ये प्रमुख रहे मौजूद
डॉ. संजीव कुमार अग्रवाल प्रभारी शारीरिक शिक्षा विभाग ने स्वामी रजनीश जी एवं सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यशाला आयोजन में डॉ. सरिता गोस्वामी डीन शिक्षा विभाग, डॉ. जे रेवती, डॉ. देव प्रकाश, डॉ. दीपशिखा राघव, असिस्टेंट प्रोफेसर प्रगति राठी, क्रीड़ा अधिकारी आंशी शर्मा, डॉ. पंकज सिंह, डॉ. अरूण नागर, डॉ. सुनील कुमार, ज्ञानप्रकाश व मीडिया प्रभारी सुनील शर्मा का विशेष सहयोग रहा।
ये भी पढ़ें: Jamia Millia Islamia: जामिया ‘जॉब उत्सव’ में सैकड़ों छात्रों को मिली नौकरी
एजुकेशन की तमाम खबरों के लिए हमारे YouTube Channel ‘DNP EDUCATION’ को अभी subscribe करें।