Medical Science: विज्ञान तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। वैज्ञानिकों के द्वारा आए दिन तरह – तरह की चीजें खोजी जा रही हैं। ऐसे में बिमारियों को खत्म करने के लिए भी वैज्ञानिक कई तरह की दवाइयां खोज रहे हैं। कोरोना जैसी बीमारी का भी इलाज आज डॉक्टर के द्वारा खोज लिया गया है। लेकिन क्या आपको पता है कि ऐसी भी कुछ बीमारियां है जिनका इलाज संभव नहीं है। यह ऐसी बीमारीयां है जो ज्यादातर लोगों को अपने जद में ले लेती हैं। वैज्ञानिकों के द्वारा इन बिमारियों का इलाज काफी समय से खोजा जा रहा है लेकिन अभी तक किसी भी तरह का इलाज संभव नहीं हो पाया है। ऐसे में चलिए आज जानते हैं कि वह कौन – कौन सी बीमारियां है जिनका इलाज संभव नहीं है।
अस्थमा का नहीं है कोई इलाज
अस्थमा की बीमारी ज्यादातर प्रदूषण की वजह से होता है। अगर इस बीमारी के लक्षण की बात करें तो सांस की नलियों में जलन होना साथ ही इसमें ही सूजन और सिकुड़न होने की वजह इसके प्रमुख लक्षण में से एक हैं। अस्थमा होने पर व्यक्ति के बलगम ज्यादा बनने लगते हैं। कुछ समय के बाद व्यक्ति को सांस लेने में भी तकलीफ होती है। कई बार अस्थमा के मरीजों की जान भी चली गई है। वहीं मेडिकल साइंस भी लगातार इस बीमारी का उपचार खोज रहा है लेकिन अभी तक किसी भी तरह का सही उपचार नहीं मिल पाया है। हालंकि कुछ दवाइयां है जो इसको कुछ समय तक होने से रोक देती है।
अल्जाइमर का नहीं है कोई इलाज
अल्जाइमर की बीमारी बहुत कम लोगों को होती है। डॉक्टर बताते हैं कि यह ज्यादातर बुजुर्गों को ही अपने चपेट में लेता है। इसके होने से लोगों को याद करने की शक्ति कम हो जाती है। वह अक्सर चीजों को तुरंत भूल जाते हैं। ऐसे में आपने भी देखा होगा कि यह बीमारी ज्यादातर 60 वर्ष से ऊपर के लोगों में ही देखने को मिलती है। मेडिकल साइंस के पास अभी तक इस बीमारी का भी कोई सफल इलाज नहीं है। यह बीमारी ज्यादातर लोगों को ब्लड प्रेशर बढ़ने और शुगर के कारण होती है।
गठिया है लाइलाज बीमारी
गठिया रोग आज के समय में काफी लोगों को हो रहा है। इसकी वजह से ज्यादातर लोगों की हड्डियों में दर्द उठने लगता है। वहीं कुछ लोगों के हड्डियों में इसकी वजह से सूजन भी हो जाता है। डॉक्टर के मुताबिक यह बीमारी जब भी किसी व्यक्ति को होती है तो शरीर में हमेशा दर्द के जैसा बना रहता है। शुरू में यह 30 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को होती है और धीरे – धीरे जब भी आप बूढ़े होंगे यह और ज्यादा आपको अपनी चपेट में लेगा। मेडिकल साइंस में अभी तक इस बीमारी का भी कोई सफल इलाज नहीं उपलब्ध है।
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