Career Guidance: भारत की सबसे प्राचीन भाषा यानि कि संस्कृत एक समय पर काफी बोली जाती थी। मगर वक्त के साथ इसका इस्तेमाल कम होता गया और अब संस्कृत भाषा का उपयोग काफी कम किया जाता है। हालांकि, यहां पर आपको बता दें कि आज भी संस्कृत भाषा का उपयोग पूरी तरह से बंद नहीं हुआ है, क्योंकि कर्मकांडों में संस्कृत भाषा का ही इस्तेमाल किया जाता है।
विदेशों में संस्कृत की भारी मांग
ऐसे में इस भाषा में सीखने के साथ ही एक अच्छा करियर ऑप्शन भी मौजूद हैं। अगर आप इस बारे में नहीं जानते हैं कि संस्कृत भाषा में क्या करियर ग्रोथ हैं तो आपको बताते हैं। आपको बता दें संस्कृत भाषा को भारत के साथ-साथ ही विदेशों में भी तवज्जों दी जाती है। कई खबरों के मुताबिक, जर्मनी में संस्कृत भाषा की काफी भारी मांग है। वहीं, भारत से बाहर लगभग 250 विश्वविद्यालयों में संस्कृत भाषा पढ़ाई जाती है।
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संस्कृत में बनाएं अपना करियर
संस्कृत भाषा में अपना करियर बनाने के लिए आपको 12वीं की परीक्षा संस्कृत विषय में 50 फीसदी से अधिक अंकों की मदद के साथ उतीर्ण करनी होगी। इसके बाद विश्वविद्यालय में बीए के साथ अन्य डिप्लोमा कोर्सेस भी किए जा सकते हैं। इस कोर्स के तहत 2 साल का एमए और अधिक रूचि होने पर आप पीएचडी भी कर सकते हैं और डॉक्टरेट की उपाधि ले सकते हैं।
आपके पास क्या है विकल्प
संस्कृत भाषा में अगर आपने हाई स्कूल लेवल से ही पढ़ाई की है तो आपको काफी फायदा हो सकता है। संस्कृत को अपने लिए एक करियर के तौर पर चुनते हुए आप एक लेखक, कवि, अनुवादक और प्रोफेसर बन सकते हैं।
इसके अलावा संस्कृत भाषा में रिसर्च के लिए एक लंबा इतिहास है। अगर आप इसमें रिसर्च करते हैं तो आपके लिए ये काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। आपको बता दें कि संस्कृत भाषा में अच्छी जानकर बनने पर आप आसानी से वास्तु शास्त्र, आयुर्वेद, वैदिक अध्ययन, ज्योतिष, भारतीय नाटक और योग के विशेषज्ञ बन सकते हैं। इसके अलावा दर्शन अर्थशास्त्र और भारतीय संस्कृति के भी अच्छे ज्ञाता बन सकते हैं।
इन यूनिवर्सिटी से कर सकते हैं संस्कृत में ग्रेजुएशन
- जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय, जयपुर
- डिपार्टमेंट ऑफ़ संस्कृत, कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी
- फर्ग्यूसन कॉलेज, पुणे
- केंद्रीय भारतीय भाषा संस्थान, मैसूर
- गवर्नमेंट संस्कृत कॉलेज, कलकत्ता
- कर्नाटक संस्कृत विश्वविद्यालय, बेंगलुरु
- सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्व विद्यालय, वाराणसी
- त्तराखंड संस्कृत विश्व विद्यालय, हरिद्वार
- राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान, नई दिल्ली
इसके अलावा दिल्ली विश्वविद्यालय के कई कॉलेजों से संस्कृत भाषा की पढ़ाई की जा सकती है।
कितनी होगी सैलरी
आपको बता दें कि संस्कृत में स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद आप किसी संस्थान से जुड़कर आसानी से साल का 2 से 3 लाख रुपये कमा सकते हैं। वहीं, विदेशों में संस्कृत भाषा में रिसर्चर के तौर पर जुड़कर 20 से 30 लाख रुपये का पैकेज लिया जा सकता है।
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