Air Force Pilot Job: वैसे तो किसी विमान को उड़ाने के लिए एविएशन सेक्टर में पायलट बनना एक उच्च कौशल वाली जॉब है किन्तु जब बात भारतीय वायु सेना में विमानों का पायलट बनने की हो तब भारत की सबसे रोमांचक तथा चुनौतीपूर्ण जॉब में से एक है। इस जॉब में जाने के लिए किसी भी आम यात्री विमान के पायलट की अपेक्षा एक्सट्रा पोटेंशियल, साहस के साथ ही मजबूत लीडरशिप क्वालिटी और टीम वर्क में स्किल्ड क्षमता होना बहुत ही आवश्यक है। क्योंकि भारतीय वायु सेना में पायलट होना बहुत ही सम्माननीय नौकरी है।
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जानें किन एग्जाम के सहारे बनते हैं वायुसेना पायलट
भारतीय वायु सेना में एक पायलट बनने के लिए कई तरह के एग्जाम देश में कराए जाते हैं जिनमें से आपकी योग्यता के अनुसार कोई भी एक एग्जाम पास कर पायलट की जॉब तक पहुंच सकते हैं आइये जानते हैं वायु सेना में जाने के लिए जरुरी योग्यता, एलिजिबिलिटी तथा एंट्री के रास्ते क्या हैं?
CDS एग्जाम के जरिए
भारतीय वायु सेना में पायलट बनने के लिए CDS एग्जाम के जा सकते हैं जो साल में दो बार यूपीएससी के द्वारा आयोजित कराई जाती है। इस एग्जाम के लिए आवेदक का अविवाहित होना पहली शर्त है। जिसकी आयु 20-24 साल के बीच ही होना चाहिए। इसके साथ ही इस एग्जाम के लिए क्वालिफिकेशन 10+2 में मैथ तथा फिजिक्स होना चाहिए। साथ ही किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग ग्रेजुएट भी होना चाहिए। इस एग्जाम के लिए वे आवेदक भी एप्लाई कर सकते हैं जो किसी डिग्री कोर्स के अंतिम वर्ष/ अंतिम सेमेस्टर के छात्र हैं और कोई वर्तमान बैकलॉग एग्जाम न देना हो। क्योंकि अकेडमी जॉइन करते समय अपना उत्तीर्ण सर्टिफिकेट जमा कराना जरुरी होगा। इस एग्जाम के जरिए उम्मीदवार सीधे एयरफोर्स अकेडमी के लिए चयनित होते हैं जहां वे कठोर प्रोफेशनल ट्रेनिंग से गुजरते हैं। जिसे पास करने के बाद चयनित उम्मीदवार एक स्थायी कमीशन अधिकारी के रुप में तैनाती प्राप्त करता है।
NDA एग्जाम के जरिए
इस एग्जाम में आवेदन के लिए आवेदक की आयु 16.5-19.5 साल के बीच होनी चाहिए। आवेदक का किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं का छात्र या उत्तीर्ण होना चाहिए। इसे भी साल में दो बार यूपीएससी के द्वारा आयोजित कराई जाता है।
NCC के जरिए
एनसीसी के जरिए आवेदक का एयरविंग सीनियर ‘सी’ सर्टिफिकेट होना जरुरी होता है। आयु 20-24 साल होनी चाहिए। आवेदक अविवाहित होना चाहिए जो 60 फीसदी अंकों के साथ किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से एरोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया एसोसिएट सदस्यता की ए और बी परीक्षा पास होना चाहिए अथवा इंस्टीट्यूट इंजीनियर्स इंडिया से ग्रेजुएट
AFCAT के जरिए
AFCAT के जरिए आवेदक एप्लाई कर सकता है जिसमें 14 साल के लिए शॉर्ट सर्विस कमीशन अधिकारी बनने के लिए एयरफोर्स साल में 2 बार ये एग्जाम कराती है। इसके लिए आयु 20-24 साल होनी चाहिए । पायलट बनने के लिए ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं के लिए नियुक्ति होती है। डीजीसीए( इंडिया) की तरफ से पायलट हेतु आयु में छूट के तौर पर 26 साल का आवेदक भी अप्लाई कर सकता है। आवेदक के किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से 60 फीसदी अंको में ग्रेजुएट तथा 60 फीसदी अंकों के साथ ही बीई/बीटेक होना चाहिए।
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