Saraswati Puja 2023: वसंत पंचमी के पावन अवसर पर देश के विभिन्न विद्यालयों, शिक्षण संस्थानों और उच्च शिक्षण संस्थानों में पीले पुष्प एवं बसंती वस्त्र से मां सरस्वती का पूजन किया गया। कई स्कूलों में यज्ञ का आयोजन कर मां सरस्वती का पूजन किया। इस सबके बीच एक ख़बर मधेपुरा के बीपी मंडल इंजीनियरिंग कॉलेज (B. P. Mandal College of Engineering,Madhepura) से आई है। यहां माता सरस्वती की पूजा करने से प्राचार्य ने रोक लगा रखी थी। इसको लेकर छात्रों में कॉलेज प्रशासन के खिलाफ रोष व्याप्त था। मामला प्रकाश में आने के बाद जिले के वरिष्ठ अधिकारी डीएम श्याम बिहारी मीणा द्वारा कॉलेज के प्राचार्य से परिसर में पूजा करने की अनुमति दिलाई गई। इसके लिए सभी छात्रों ने एक जुट हो कर जिला प्रशासन के प्रति आभार जताया है। अनुमति मिलने से छात्रों के चेहरे खिल उठे।
जिलाधिकारी ने दिलाई अनुमति
दरअसल, मधेपुरा बीपी मंडल इंजीनियरिंग कॉलेज में प्राचार्य के द्वारा एक पत्र जरी कर परिसर के सार्वजनिक स्थान पर किसी भी तरह के धार्मिक अनुष्ठान करने पर रोक लगाई गई थी। सरस्वती पूजा को लेकर कई दिनों तक इंजीनियरिंग कॉलेज में विवाद बना रहा। इसको लेकर छात्र कॉलेज प्रशासन के खिलाफ अरे रहे। बताया जाता है कि झंडोत्तोलन के बाद छात्रों ने सरस्वती पूजा (Saraswati Puja) को लेकर जमकर हंगामा शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची प्रशासन की टीम की बातों से छात्र सहमत नहीं हुए तो जिलाधिकारी को बीच बचाव में आना पड़ा। मधेपुरा जिलाधिकारी श्याम बिहारी मीणा ने 5 छात्रों को वार्ता के लिए बुलाया लेकिन सभी छात्र सरस्वती पूजा की मांग करते रहे।
कॉलेज में देर शाम हुई सरस्वती पूजा
मामला को बढ़ता देख जिलाधिकारी ने प्राचार्य से बात कर छात्रों को मूर्ति स्थापित करने की अनुमति दिलवाई। फिर छात्रों का हंगामा शांत हुआ, जिसके बाद जिला अधिकारी भी वहां से निकल गए और छात्र परिसर में मां सरस्वती की पूजा में जुट गएं। छात्रों ने देर शाम तक प्रतिमा लाया और पूजा अर्चना की। मिली जानकारी के अनुसार, रात में छात्रों द्वारा पंडाल और सजावट का काम किया गया। अवसर पर सभी छात्रों ने एक दूसरे को वसंत पंचमी का महत्व समझाते हुए इस शुभ दिवस की बधाई दी।
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