IIT JEE Exam: भारत में जब सबसे कठिन परीक्षाओं की चर्चा होती है, तो उसमें आईआईटी जेईई (IIT JEE) एग्जाम का जिक्र जरूर होता है। सच यह है कि इस परीक्षा को भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में देखा जाता है। हाल ही में Erudera की आई एक रिपोर्ट के मुताबिक JEE दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं की लिस्ट में जगह बनाने में सफल रही है। हालांकि इस परीक्षा की तैयारी के लिए अधितकर छात्र कोचिंग की ओर रुख करते हैं। जिसके लिए उन्हें मोटी फीस अदा करना होता है। लेकिन कई ऐसे छात्र होते हैं जो कोचिंग की मोटी फीस और तैयारी के लिए आने वाले खर्च को सुनकर अक्सर डगमगा जाते हैं। ये बात सच है कि मन में कुछ करने की इच्छाशक्ति हो तो कोई भी बाधा आपका रास्ता नहीं रोक सकती। इस सबके बाद भी आर्थिक तौर पर कमजोर छात्रों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
जानकारों की राय
दरअसल, आईआईटी (Indian Institutes of Technology) में दाखिले के लिए जेईई मेन और जेईई एडवांस परीक्षा देना अनिवार्य होता है। इस परीक्षा में पीसीबी विषय के साथ 12वीं कक्षा पास करने वाले छात्र-छात्रा शामिल हो सकते हैं। हाल के दिनों में देखा गया है कि जेईई मेन और जेईई एडवांस की तैयारी में बच्चे कक्षा 9वीं, 10वीं से जुट जाते हैं। ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि उनकी शैली कठिन परीक्षाओं के तैयार हो जाए। वहीं, जानकारों का कहना हैं कि आप अपने बच्चों को 11वीं कक्षा से तैयारी के लिए प्रेरित कर सकते हैं क्योंकि आईआईटी जेईई में कक्षा 11 और 12 दोनों कक्षाओं के सिलेबस से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं।
एडमिशन प्रोसेस
मालूम हो कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) प्रवेश परीक्षा देने के बाद कट ऑफ लिस्ट के जरिए छात्र को किसी ब्रांच में दाखिला मिलता है। जानने योग्य बातें यह है कि बीटेक करने वाले किसी भी छात्र के लिए आईआईटी का टैग बहुत मायने रखता है। इसके बाद नामी संस्थानों में अच्छी नौकरी की राह भी आसान हो जाती है।
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