PARAKH: देश की शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। ऐसे में देश का पहला राष्ट्रीय मूल्यांकन नियामक ‘परख’ को लाया गया है। आपको बता दें कि परख देश के 60 से अधिक स्कूल बोर्डो में एकरूपता लाने का काम करेगा। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने ईटीएस यानि कि शैक्षिक परीक्षण सेवा को नियामक मंच तैयार करने के लिए चुना है।
PARAKH लाएगा एकरूपता
बताया जा रहा है कि परख समग्र विकास के लिए ज्ञान का प्रदर्शन मूल्यांकन, समीक्षा और विश्लेषण मतलब परख देश के सभी मान्यता प्राप्त स्कूल बोर्डो के लिए छात्र मूल्यांकन और इसके मानदंड तय करने के लिए काम करेगा। परख को तीन प्रमुख क्षेत्रों के लिए बनाया गया है। इसमें स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता, मानक एवं मूल्य प्रणाली को बेहतर करना परख का पहला काम होगा। परख शिक्षा मंत्रालय से संबंध एक स्वतंत्र संस्था होगी। ये राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण, स्कूल आधारित आंकलन और तीसरा छात्रों की क्षमता का निर्माण करना।
देश में भौगिलिक अंतर को दूर करेगा PARAKH
देश में भौगिलिक अंतर और कई भाषाओं की वजह से भारत में स्कूली शिक्षा पर जोर देते हुए परख देश के सभी स्कूल बोर्डो के साथ मिलकर एकरूपता लाएगा। बताया जा रहा है कि अभी परख को शुरूआती स्तर पर तैयार किया जा रहा है। वहीं, ईटीएस के सीईओ ने कहा कि भारत में समय़ के साथ शिक्षा भी विकसित हो रही है। साथ ही सर्वेक्षण भी विकसित हो रहा है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत इस पहल के तहत छात्रों के अंकों में असमानता को दूर करने का काम किया जाएगा।
इसमें में भी होगा बदलाव
उन्होंने आगे कहा कि हम देश की वर्तमान स्थिति का मूल्यांकन करेंगे। हम कोविड महामारी के बाद की दुनिया में है और इसे नए तरीके से देख रहे हैं। इसके साथ ही छात्रों की सीखने की प्रथाओं में भी समानता लाई जाएगी।
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