Career News: भारतीय युवा इंजीनियरिंग के प्रति संजीदा है। यही वजह रही है कि इंजीनियर बनना ज्यादातर युवा छात्रों का सपना होता है, लेकिन कई बार टफ कॉम्पटिशन की वजह से वो आईआईटी में दाखिला लेने में सफल नहीं होते हैं। इसके अलावा बात की जाए तो प्राइवेट कॉलेज में बीटेक की फीस बहुत ज्यादा होती है। ऐसे में छात्रों के लिए पॉलिटेक्निक का अच्छा ऑप्शन है। हम जो बताने जा रहे हैं वह करियर के मामले में सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। इसलिए छात्रों को सलाह दी जाती है कि वो लेख को अंत तक पढ़ें।
एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
आप सभी पॉलिटेक्निक कॉलेज के बारे में जानते होंगे। इसके अधिकतर सरकारी कॉलेज भी होते हैं। हालांकि इस कोर्स की पढ़ाई प्राइवेट कॉलेजों में भी करवाई जाती है। जहां कम फीस और कम समय में कोर्स कर इंजीनियर बना जा सकता है। अगर आप इंजीनियर बनना चाहते हैं तो 10वीं बोर्ड परीक्षा पास करने के बाद भी डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। मालूम हो कि पॉलिटेक्निक कॉलेज में दाखिला के लिए हर राज्य में प्रवेश परीक्षा आयोजित किए जाते हैं। आप पॉलिटेक्निक कॉलेज से 10वीं के बाद इंजीनियरिंग से जुड़ा कोई कोर्स कर सकते हैं। बता दें कि पॉलिटेक्निक एक टेक्नीकिल डिप्लोमा है जिसको करने के बाद सरकारी और प्राइवेट जॉब दोनों के ऑप्शन खुले हैं।
जानने योग्य बातें
आपको बता दें कि 10वीं या 12वीं के बाद छात्र पॉलिटेक्निक के लिए आवेदन कर सकते हैं। सरकारी कॉलेज में दाखिला के लिए छात्रों को प्रवेश परीक्षा पास करने होते हैं। वहीं, प्राइवेट कॉलेज में दाखिला के लिए सबके अपने क्राइटेरिया है। अगर कोर्सेज की बात करें तो पॉलिटेक्निक में कई टेक्नीकल कोर्स प्रसिद्ध हैं। जिनको करने के बाद उनसे संबंधित फील्ड में नौकरी के लिए आवेदन किया जा सकता है। जानकारी के लिए बता दें कि डिप्लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग, डिप्लोमा इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग, डिप्लोमा इन कंप्यूटर इंजीनियरिंग, डिप्लोमा इन इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्युनिकेशन, डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग सहित तमाम ऐसे पॉलिटेक्निक में कोर्सेज हैं जो करियर को बेहतरीन अवसर प्रदान करती हैं।
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