PhD Admission 2023-24: राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में पहली बार यह प्रस्ताव दिया गया था कि, 4 वर्षीय ग्रेजुएशन कोर्स के बाद डायरेक्ट PHD में एडमिशन दिया जाए। इसके अनुरूप यूजीसी ने उच्च शिक्षा के लिए नए नियम भी बनाए थे। जिस पर अब अमल होना शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश की एक यूनिवर्सिटी जल्द ही इस व्यवस्था को लागू करने जा रही है। इसी सत्र से यहां पर एडमिशन भी शुरू होने जा रहे हैं। ऐसे में छात्र अब डायरेक्ट ग्रेजुएशन के बाद PHD की डिग्री कर पाएंगे।
ये विश्वविद्यालय ने शुरू की पहला
उत्तर प्रदेश का लखनऊ विश्वविद्यालय पहला ऐसा संस्थान होगा, जो यह सुविधा शुरू करने जा रहा है। हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार लखनऊ विश्वविद्यालय में अब 4 वर्षीय स्नातक की पढ़ाई के बाद सीधे PHD कोर्सेज में एडमिशन दिए जाएंगे। इसे व्यवस्था को लेकर विश्वविद्यालय जल्द ही ऑर्डिनेंस लाएगा। जिसे कार्य परिषद की बैठक में पेश करने के बाद लागू कर दिया जाएगा।
ये भी पढ़ें: UP Police Bharti 2023: यूपी पुलिस के 2430 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू, ऐसे होगा उम्मीदवारों का चयन
इसी सत्र में होंगे एडमिशन
हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार विश्वविद्यालय इसी सत्र (2023-24) से नए नियमों के तहत एडमिशन प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है। जिसके तहत 4 साल के ग्रेजुएशन के साथ 1 साल का पोस्ट ग्रेजुएशन करने वालों को PHD में एडमिशन का मौका दिया जाएगा, या फिर ग्रेजुएशन में 75 फीसदी से अधिक अंक लाने पर डायरेक्टर PHD में एडमिशन मिल सकेगा। इस व्यवस्था में दिव्यांग वर्ग के उम्मीदवारों को विषेश सुविधा दी जाएगी। जिसके तहत PHD की डिग्री पूरी करने के लिए इन उम्मीदवारों को 10 साल तक का समय दिया जाएगा।
एजुकेशन की तमाम खबरों के लिए हमारे YouTube Channel ‘DNP EDUCATION’ को अभी subscribe करें।