SCO SUMMIT: भारत ने हमेशा दो देशों के युद्द से खुद को अलग ही नहीं रखा बल्कि उनके बीच एक शांतिदूत बनकर हमेशा सुलह कराने का प्रयास किया है। भारत के शहर गोवा में एससीओ सम्मेलन में भारत पाकिस्तान सहित आठ मुल्कों के विदेश मंत्री 4-5 मई से इस सम्मेलन में एक ही मंच पर है। इस मंच से सभी देशों के विदेश मंत्रियों ने अपनी बात रखी है। इस सम्मेलन का मकसद क्षेत्रीय शांति और शुरक्षा के मुद्दों पर विचार विमर्श करना है।
किसने क्या कहा?
इसमें पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भी आतंकवाद को सामूहिक तौर पर मिटाने की बात की है। इसी एससीओ सम्मेलन में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बिना लाग लपेट को साफ शब्दों में कहा कि सीमा पार से हो रहा आतंकवाद बर्दाश्त नहीं। विदेश मंत्री एस जयशंकर के इस ब्यान के बाद बिलावल भुट्टों की भी प्रतिक्रिया हुई और दोनों ही पड़ोसी देशों के विदेश मंत्रियों के बीच एक तल्खी भी देखी गई। इस मंच पर दोनों ही देशों के विदेश मंत्रियों ने आपस में हाथ तक नहीं मिलाया। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो कतराते दिखे।
यह सम्मेलन जब हो रहा था
भारत के शहर गोवा में जब यह एससीओ सम्मेलन चल रहा था। उसी समय भारतीय सेना के जवानों की जम्मु कश्मीर के राजौरी में आतंकवादियों के साध मुठभेड चल रही थी। राजौरी में आतंकवादियों ने एक विस्फोट करके हमला किया था जिसमें पांच भारतीय जवान शहीद गये।
ऐसा ही एक हमला 21 अप्रेल को आतंकियों ने जम्मु कश्मीर के पुंछ में जवानों के वाहन पर ग्रेनेड से हमला किया था। उस हमले में भी पांच भारतीय जवान शहीद हुए थे। जिस समय यह सब हो रहा था उस समय बिलावल भुट्टो की एससीओ की बैठक में आने की बात चल ही रही थी। इस हमले की जिस संगठन ने जिम्मेदारी ली थी वो पीपल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट था जिसका सीधा कनेक्शन पाकिस्तान से है।
भारत पाकिस्तान एक साथ मंच पर आते ही क्यों होते हैं हमले?
भारत पाकिस्तान की एक वार्ता से पहले 2 जनवरी 2016 को आतंकियों ने पठानकोट एयरबेस पर हमला किया था। उस हमले में भारत के 7 जवान शहीद हो गये थे। इस हमले के सारे सुबूत भारत ने पाकिस्तान को दिए थे। उन सुबूतों के आधार पर ही उस वक्त के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा था कि इस हमले से भारत पाक की शांति प्रक्रिया पर असर पड़ेगा।
ये भी पढ़ें: Indian Railway: टिकट बुकिंग में छात्रों को मिलती है कई प्रकार की छूट, यहां जानिए कितने Concession के हकदार हैं आप ?
एजुकेशन की तमाम खबरों के लिए हमारे YouTube Channel ‘DNP EDUCATION’ को अभी subscribe करें।