Uttarakhand Open University से एक बड़ी खबर सामने आई है। उत्तराखंड राज्य को नकल मुक्त बनाने के लिए सरकार कड़ी करवाई करती हुई नजर आ रही है। हाल ही में उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी में 40 परीक्षार्थियों के रिजल्ट पर रोक लगा दी गई है। वही एक परीक्षार्थी को 3 साल के लिए विवि की परीक्षाओं से प्रतिबंध कर दिया गया है। इससे पहले भी उत्तराखंड में कई नकल की खबरें सामने आ रही है जिसको देखते हुए सरकार कड़े नियम बना रही है। पिछले कुछ पहले उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने पटवारी लेखपाल परीक्षा में नकल करने वाले 44 अभ्यर्थियों को बैन करने का निर्णय लिया था। ऐसे में अब उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी में नकल करने वाले 41 लोगों पर सरकार ने करी करवाई की है।
स्टूडेंट्स के रिजल्ट पर लगाई रोक
उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर सोमेश कुमार की ओर से जारी की गई सूचना में बताया कि, शीतकालीन सत्र जून 2022 की अगस्त और सितंबर माह में वार्षिक संरक्षक परीक्षाएं कराई गई थी। इसमें बीए बीएससी एमए समेत विभिन्न कक्षाओं के अलग-अलग विषयों की परीक्षा में 40 अभ्यार्थियों को नकल करते हुए पकड़ा गया था। ऐसे में स्टूडेंट्स को नकल करते हुए पकड़े जाने पर उनके रिजल्ट पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा सत्र जून 2022 में बीए की परीक्षा देने वाले 1 परीक्षार्थी को चीटिंग करते हुए पकड़े जाने पर उस पर 3 साल तक विवि की किसी भी परीक्षा में शामिल ना हो पाने का प्रतिबंध लगाया गया है।
नकल के बढ़ते हुए मामलों पर बोले मुख्यमंत्री
आपको बता दें कि, उत्तराखंड में परीक्षा में नकल के बढ़ते हुए मामले को देखते हुए उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फरवरी में कहा था कि, आगमी सभी परीक्षाएं राज्य की नकल विरोध आदेशों के तहत आयोजित की जाएंगी। इसी के साथ उन्होंने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग में नकल करने वाले परीक्षार्थियों का हवाला देते हुए कहा था कि, नकल करने वालों पर सख्त रवैया अपनाया गया है और उन्हें 5 साल के लिए बंद कर दिया गया है आयोग ने ऐसे कुल 105 कैंडिडेट को बैन किया है।
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